जिले के निजी अस्पताल का कारनामा, पुलिस से शिकायत, होगी जाँच
बाराबंकी। धरती के भगवान का दर्जा पाए डाक्टरों ने किस तरह हैवानियत का चोला ओढ़ लिया है इसका प्रमाण उस घटना में सामने आया जिसमे डाक्टर ने एक मासूम को एक्सपायर हो चुका इंजेक्शन लगा दिया जिससे सामान्य परेशानी से जूझ रहे बच्चे की मौत हो गई, हैरानी तो इस बात की है की ज़ब परिजनों ने इसकी शिकायत की तब उन्हें धक्का देकर अस्पताल से बाहर फेक दिया गया।
अपने पेशे को एकमात्र अंधाधुंध कमाई का जरिया बना चुके डाक्टरों द्वारा मात्र 3 माह के बच्चे को भी हैवानियत का शिकार बना लेने की दर्दनाक घटना जिले के नामी चिकित्सक डा0 सहगल के निजी चिकित्सालय का है जहाँ विगत 12 जुलाई को पथरापुर गाँव निवासी राजेश ने अपने तीन माह के बेटे को मामूली परेशानी के चलते भर्ती कराया था।
आरोप है की सुबह आठ बजे से लेकर डा सहगल द्वारा की गई चिकित्सा में बच्चे की स्थिति में सुधार होने की जगह शाम पांच बजे बच्चे के शरीर में संक्रमण फ़ैल गया और उसकी मौत हो गई। उससे भी हैरतअंगेज घटना तो तब हुई ज़ब आक्रोषित परिजन डाक्टर के पास पहुंचे तो उन्हें धक्के देकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया गया।
डाक्टर और उसके अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की गई है जिसपर पुलिस का कहना है की मुख्यालय से टीम गठित कराकर पुरे मामले की जाँच कराई जाएगी और जाँच के उपरांत मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।