मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ का दौरा, मुलाक़ात के लिए गए थे कार्यकर्त्ता
जिलाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को वापस बुलाया भाजपा कार्यालय
गोण्डा। जिले में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए जनपद पधारे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते हुए जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा दिए, वहीं हंगामा ज्यादा न बड़े इसलिए भाजपा जिलाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यालय आने का निर्देश जारी कर दिया, घटनाक्रम कुछ भी हो लेकिन कार्यकर्ताओं के साथ हुए दुर्व्यवहार और उनकी नाराजगी से एक बात तो स्पष्ट है की कहीं न कहीं कार्यकर्त्ता अपने को सरकार में उपेक्षित पा रहे हैं जो सरकार और पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।
मामला मुख्यमंत्री के गोण्डा दौरे का है, मुख्यमंत्री सर्किट हॉउस पहुंचे भी नहीं थे, तय कार्यक्रम के अनुसार ही भाजपाके तमाम वरिष्ठ कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक के लिए सर्किट हॉउस पहुँच गए, बैठक शुरू होती उससे पहले ही वहाँ पहुंचे कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने अभद्रता करते हुए सर्किट हॉउस से बाहर कर दिया।
संलग्न वीडियो में साफ देखा और सुना जा सकता है की अपने साथ हुए दुर्व्यवहार से आक्रोषित कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है की ये कार्यकर्ताओं का अपमान है, हमें धक्के देकर यहाँ से निकाला गया है, कार्यकर्ताओं ने कहा की प्रशासन का कहना है की मुख्यमंत्री आप लोगो से मुलाक़ात नहीं करेंगे इसलिए यहाँ से बाहर चलिए। हालांकि संभवतः कार्यकर्ताओं के आक्रोश को दबाने या हंगामे से होने वाली फजीहत से बचने के लिए जिलाध्यक्ष भाजपा ने सर्किट हॉउस में मौजूद कार्यकर्ताओं को जिला भाजपा कार्यालय बुलाया।
हालांकि कार्यकर्ताओं का अपमान, उनका हंगामा भाजपा की संस्कृति से मेल नहीं खाता लेकिन जो स्थिति सामने दिख रहीं है वो इस बात को स्पष्ट दर्शा रहीं है की यदि जल्द उचित कदम नहीं उठाये गए तो भाजपा जल्द ही सपा, बसपा की राह पर होगी और उसे भी सत्ता से बाहर होने के बाद वापसी के लिए कई दशकों का इंतजार करना पड़ सकता है।