मेडिकल कालेज जांच समिति को पीड़ित मरीज ने सौंपा प्रार्थना पत्र, लगाया अभद्रता, मारपीट करने का आरोप
गोंडा। मेडिकल कालेज से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय की इमरजेंसी में हुए मारपीट प्रकरण में जांच समिति के समक्ष शनिवार को अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे पीड़ित मरीज नबी अहमद और उसके भाई सद्दाम अहमद ने कई गंभीर आरोप अस्पताल प्रशासन के डॉक्टरों और कर्मचारियों पर लगाए है। उन्होंने अपना पक्ष रखने के उपरांत समिति के सदस्यों को एक नामजद प्रार्थना पत्र भी सौंपा है। जिसमे बीते सोमवार को इमरजेंसी में हुए मारपीट मामले में शुरुआत कैसे हुई ?और इसका कारण क्या था? के बारे में विस्तार से लिखा है।
यह मामला अब धीरे धीरे मेडिकल कालेज प्रशासन के गले की फांस बनता जा रहा है। इस मामले में जहां एक तरफ सूबे के उप मुख्यमंत्री अपनी बारीक निगाह बनाए हुए हैं, वही जांच समिति और पुलिस अभी तक कार्यवाही के नाम पर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। मंगलवार के दिन नगर पुलिस एक बार फिर से अस्पताल प्रशासन से वीडियो क्लिप की मांग करने पहुंची थी। जहां उन्हें टीवी स्क्रीन के खराब होने और उसे बदल कर पुनः वीडियो की रिकवरी कर जल्द ही वीडियो क्लिप उपलब्ध कराए जाने की बात का आश्वासन दिया गया है।
इस बारे में नगर कोतवाल मनोज त्रिपाठी का कहना है कि मामला मेडिकल कालेज अस्पताल प्रशासन की जांच समिति के पास लंबित है। जैसे ही समिति अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी उसके बाद ही वे आगे की कार्यवाही करेंगे। उनके द्वारा जांच में यदि दोनो पक्ष दोषी मिलेंगे तो दोनो पक्षों की ओर से मुकदमा पंजीकृत कर दिया जाएगा।