गोण्डा। कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कालेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और फिर हत्या के विरोध में मेडिकल कालेज से एक कैंडल मार्च शाम 07:00 बजे निकाला गया जो गुरुनानक चौराहे पर जाकर समाप्त हुआ।
इस कैडल मार्च को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई एम ए ) के सेक्रेट्री डॉक्टर धनंजय कुमार राव ने शामिल होकर अपना समर्थन दिया। उनके साथ एसोसियेशन के डॉक्टर अहमर जावेद सिद्दीकी , डॉक्टर एस एन ओझा के साथ अन्य पदाधिकारी और सदस्य भी शामिल हुए।
कैंडल मार्च से पहले डॉक्टर डी के राव ने कहा कि कोलकाता मेडिकल कालेज की घटना इतनी विभत्स है कि इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। एक डॉक्टर के साथ घटी यह घटना दुर्भाग्य पूर्ण है। हम सरकार से मांग करते है की इसकी सीबीआई जांच कर अधिकतम सजा फांसी दी जाए। और डॉक्टरों की विशेष रूप से महिला डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
आई सर्जन डॉक्टर आयुषी सरदाना ने कहा कि यह घटना सम्पूर्ण देश को स्तब्ध कर देने वाली है। रेजीडेंशियल डॉक्टर संघ ऐसी किसी भी घटना का विरोध करता है। हमारी संवेदनाएं पीड़ित डॉक्टर के परिवार के साथ है। हमारी मांग है कि इसकी सीबीआई जांच हो,और दोषियों को अधिकतम सजा फांसी से कम न हो।
मंगलवार की शाम सात बजे चिकित्सक अपने हाथों में मोमबत्ती लेकर मेडिकल कालेज चिकित्सालय के मुख्य द्वार से निकले। यह कैंडल मार्च अस्पताल से निकल कर गुरुनानक चौराहे पर जाकर खत्म हुआ । इस दौरान लोग वी वांट जस्टिस ! महिला डॉक्टर के हत्यारों को फांसी दो फांसी दो का नारा लगाते हुए पैदल जिला अस्पताल से गुरुनानक चौराहे तक मार्च करते हुए पहुंचे जहां चौराहे पर जाकर यह मार्च खत्म हो गया। इस दौरान समस्त सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स के साथ ही परमानेंट डॉक्टर्स वा चिकित्सालय के अन्य कर्मचारी शामिल रहे।