भ्रस्टाचार की पराकाष्ठा, शिक्षिका सहित प्रधानाध्यापक निलंबित
मेरठ। वैसे तो शिक्षा विभाग में आकंठ व्याप्त भ्रस्टाचार की कहानी कोई नई नहीं है लेकिन कोई शिक्षक लगातार एक दो नहीं बल्कि पूरे 72 महीनों तक विद्यालय से लापता रहे फिर भी उसकी उपस्थिति दर्ज होती रहे और उसे बराबर वेतन भी मिलता रहे. ऐसा शायद ही कभी हुआ हो, मामला सामने आने पर हुई जाँच के बाद फिलहाल शिक्षिका सहित प्रधानाध्यापक को भी निलंबित कर दिया गया है।
बेहद हैरान करने वाला ये मामला जिले के परीक्षितगढ़ स्थिति प्राथमिक विद्यालय साहनी का है जहाँ शिक्षिका सुजाता यादव की नियुक्ति है, जानकारी के अनुसार सुजाता लगातार 72 महीने तक विद्यालय से लापता रहीं, हैरान करने वाली बात तो ये है की इस दौरान उसकी उपस्थिति बराबर लगती रहीं लेकिन मामले का खुलासा होने पर बी एस ए आशा चौधरी द्वारा कराई गईं जाँच में शिकायत की सत्यता प्रमाणित हो गईं जिस पर कार्यवाही करते हुए बी एस ए ने शिक्षिका सुजाता यादव समेत विद्यालय के प्रधानाध्यापक धर्म सिंह को निलंबित कर दिया है।