छह साल चली सुनवाई, अब मिली 20 साल की सजा
नोयडा। इसे ही कलियुग कहते हैं जहाँ रिश्तों की मान्यता और वर्जनायें तार तार हो जाये, अपनी ही नाबालिग बेटी को कोठे पर बेच देने की धमकी देकर उसके साथ लगातार चार वर्षो तक दुराचार करने वाले कलियुगी पिता की कहानी जिसे छह वर्षो तक चली विधिक कार्यवाही के बाद आखिर 20 वर्षो की सजा मिल चुकी है।
सोचने को विवश कर देने वाली इस कहानी का आरम्भ वर्ष 2014 से होता है ज़ब नॉएडा के फेस 3 में रहने वाले एक परिवार का मुखिया अपनी नाबालिग 11 वर्षीय बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाता है, जानकारी के अनुसार पीड़िता की माँ की पहली शादी से तीन बच्चे थे, वर्ष 2008 में पति की मृत्यु के बाद उसने वर्ष 2012 में दूसरी शादी कर लीं, महिला नोयडा के ही एक फैक्ट्री में काम करती थी जबकि उसका बेरोजगार दूसरा पति तीन बच्चों के साथ घर पर ही रहता था।
वर्ष 2019 के एक दिन महिला की नाबालिग बेटी ने अपनी माँ को रोते हुए बताया की पिता उसके साथ गलत काम करता है और धमकी देता है की उसने ये बात किसी को बताई तो उसे कोठे पर बेच देगा। बच्ची की बात सुन माँ हतप्रभ रह गईं और उसने पूरे मामले की शिकायत 18 मई 2019 को पुलिस से की।
पुलिस ने उसी दिन आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जिस मामले में छह वर्ष चली सुनवाई के बाद पाकसों कोर्ट ने आरोपी को 20 वर्ष की सजा सुनाई।