नई दिल्ली। देश भर से आए हजारों बैंक पेंशनर्स और रिटायर्ड कर्मचारियों अधिकारियों ने आज अपनी लंबे समय से लंबित मांगों के लिए धरना दिया। बैंक पेंशनर्स से संगठन CBPRO ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज, वित्त मंत्रालय को सौंपा।
पेंशनर्स की मुख्य मांगें :
RBI, NABARD के समान बैंकों के पेंशनर्स की पेंशन को भी रिवाइज किया जाए।
रिटायर्ड बैंक कर्मचारियों को रियायत दरों पर हेल्थ इंश्योरेंस उपलब्ध कराया जाए।
रिटायर्ड बैंक कर्मचारियों अधिकारियों की मांगों पर बातचीत के लिए पेंशनर्स संगठनों को बुलाया जाए।
स्पेशल अलाउंस को पेंशन और ग्रेच्युटी की गणना के लिए बेसिक वेतन में शामिल किया जाए।
पेंशन की कम्यूटेड राशि को १५ वर्ष की जगह १० वर्षों में ही रिकवर किया जाए।
वॉइस ऑफ़ बैंकिंग के संस्थापक अश्वनी राणा ने बताया कि सरकार को सोचना चाहिए कि वरिष्ठ पेंशनर्स को अपनी मांगों को मनवाने के लिए सड़क पर क्यों उतरना पड़ा है। हालांकि सरकार बार बार कह चुकी है कि इन मांगों पर विचार किया जाएगा, और कुछ मांगों जैसे फैमिली पेंशन और 2003 तक के पेंशनर्स के 100% DA nuterlisation को सरकार पहले ही मान चुकीं है।
वॉयस ऑफ बैंकिंग की मांग है कि इससे पहले वरिष्ठ पेंशनर्स ज्यादा वरिष्ठ हो जाएं या दुनिया से चले जाएं, सरकार को इनकी मांगों को मान लेना चाहिए।
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