इटावा। परशुराम सेवा समिति उ.प्र. व काव्य चेतना के तत्वावधान में एक आवश्यक बैठक एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ कवि प्रधुम्न बाजपेयी के आवास पक्का बाग इटावा पर संपन्न हुई । बैठक की अध्यक्षता परशुराम सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील सम्राट ने की तथा संचालन जयशिव मिश्रा ने किया l
बैठक में वरिष्ठ कवि प्रधुम्न बाजपेयी सहित कवियत्री श्रीमती गीता चतुर्वेदी, भजन गायक प्रखर गौड़, युवा कवि प्रशांत तिवारी, हर्ष शर्मा को भी सम्मानित किया गया l वरिष्ठ कवि प्रधुम्न बाजपेयी ने अपनी कई रचनाएँ सुनायी l श्री बाजपेयी ने रचना पढ़ी- किंचित चिंता नही मुझे अपने और पराये की, चिंता मुझे सताये रहती अपने ही साये की l वरिष्ठ कवियत्री गीता चतुर्वेदी ने सरस्वती वंदना पढ़ी- हे वीणापाणि वीणा की मधुर झंकार भर देना, किले जीवन कमल जैसा मधुर मुस्कान भर देना l युवा कवि प्रशांत तिवारी ने अपनी रचना में कहा- धरा गगन अनल अनिल सभी में व्याप्त राम हैं, ग्रसित व्यथित कथित दबे स्वरों को प्राप्त राम हैं राम चेतना के बिंदु हैं, इंदू से सरल तरल सबरी सी भक्ति शक्ति युक्ति में बस पर्याप्त राम हैं l भजन गायक प्रखर गौड़ ने रचना पढ़ी- राम नाम अति मीठा है कोई गाके देखले आ जाते हैं राम प्रभु बुलाके देखले। युवा कवि हर्ष शर्मा ने कहा कि- इन पलकों पर नींद लिखी है कागज पर उम्मीद लिखी है पूर्ण भरोसा है लांघूँगा भले कठिन दहलीज़ लिखी है l
समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील सम्राट ने कहा कि सदस्यता अभियान पूर्ण होने के बाद जनवरी में प्रदेश व जिला कार्यकारिणी का गठन किया जायेगा l इस अवसर पर समिति के संरक्षक हरि प्रकाश चौधरी, जयशिव मिश्रा, राजेंद्र देव दुबे, विनय कुमार द्विवेदी, मनोज चौधरी बंटी, रोहित चौधरी आदि कोर कमेटी के सदस्य उपस्थित थे l