बहू को भी ससुर से हो गया था प्यार, कई कई दिनों तक पड़ा रहता था समधी के घर
रामपुर। खुद ही बेटे का घर बसाने की व्यवस्था की और फिर स्वयं उसका घर बसने से पहले ही उसे ढहा दिया, ये कहानी ऐसे ही एक पिता की है जिसने होने वाली बहू को ही अपने प्यार में फंसा कर बेटे के बसने वाले घर को तोड़ दिया।
जी हाँ ये कहानी ऐसे ही पिता की है, जानकारी के अनुसार जिले के चमरौआ क्षेत्र निवासी युवक का रिश्ता उसके पिता ने सैदनगर के एक परिवार में दो वर्ष पूर्व तय किया था, संभवतः पिता का दिल अपनी होने वाली बहू पर उसी समय आ गया था जिस कारण रिश्ता तय होने के बाद से वह अक्सर समधी के घर आने जाने लगा।
धीरे धीरे वह वहीं रात भी बिताने के साथ कई कई दिन रुकने लगा और धीरे धीरे अपनी होने वाली बहू को अपनी पटरी पर ले आया। बताया जाता है एक माह पूर्व बेटा अपनी माँ के साथ ससुराल पहुंचा और जबरन पिता को वहां से लाकर घर के एक कमरे में बंद कर दिया और माँ को निगरानी की जिम्मेदारी सौंप दी।
दो दिन पूर्व मौका पाकर पिता घर से निकला और सीधे समधी के यहाँ पहुँच गया, बताया तो ये भी जाता है की उसी रात समधी के परिजनों ने पिता और होने वाली बहू को रात में एक साथ देख भी लिया और इसकी जानकारी होने वाले दामाद को दी।
जानकारी पर जबतक परिजन वहां पहुँचते तबतक पिता बहू को लेकर वहां से फरार हो चुका था। दोनों परिजनों ने ससुर और बहू की काफ़ी दूर तक तलाश की लेकिन उन्हें ढूंढ नहीं पाए। घटना को गाँव सहित आस पास के गाँव वाले चाटखरे लेकर एक दूसरे को सुना रहे हैं।