कोचिंग सेंटर चलाता है फौजी, अपने छात्रों को बनाया निशाना
पत्नी और बेटा भी ठगी में शामिल, अबतक 6 प्राथमिकी दर्ज
गाज़ीपुर। आमतौर पर सैनिक को देशभक्त माना जाता है चाहे वह सेवा में हो या न हो लेकिन सैनिकों के सम्मान पर एक पूर्व सैनिक ने ही बट्टा लगाते हुए छात्रों से एक दो नहीं बल्कि लगभग 3 करोड़ की ठगी कर ली।
भारतीय सेना पर कलंक लगाने वाला ये सौनिक सेवा से निवृत होने के बाद जिले के थाना रेवतीपुर अंतर्गत नगदिलपुर में कोचिंग सेंटर का संचालन करता है, सेवानिवृत सैनिक विनोद गुप्त के कोचिंग में पूर्वी उत्तरप्रदेश के कई जनपदों सहित बिहार के अतिरिक्त कई और प्रदेश के भी छात्र कोचिंग लेते थे, प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराते कराते विनोद गुप्त के दिमाग़ में ठगी की तरकीब जन्मी।
विनोद गुप्त ने अपने छात्रों को बिहार सचिवालय में नौकरी दिलाने का झाँसा दिया जिसमे लगभग 300 छात्र फंस गए, विनोद ने इन सभी से 10-10 लाख की वसूली की और सभी को विश्वास दिलाने के लिए कुछ दिन बाद सचिवालय की सैर भी कराई।
बताया जाता है कुछ दिनों बाद ठग विनोद ने सभी को नियुक्ति पत्र भी दे दिए जिसे लेकर ज़ब छात्र सचिवालय पहुंचे तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला जिसपर सभी ने विनोद से अपने पैसे मांगे।
इस पर विनोद उन्हें बरगलाता रहा, धीरे धीरे समय बीतने पर न नौकरी और न ही पैसे मिलते देख पीड़ितों में से रविकुमार सहित अन्य छात्रों ने पुलिस से मामले की शिकायत की जिसपर पुलिस ने कुल 6 प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की जाँच शुरू की। बताया तो ये भी जा रहा है की विनोद के इस ठगी में उसकी पत्नी और बेटे की भी प्रमुख भूमिका थी।
ताज़ा जानकारी के अनुसार अपने को बुरी तरह फँसता देख विनोद अपने बेटे और पत्नी सहित कोचिंग पर ताला लटका फरार हो गया जिसे पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।