गोण्डा। प्राप्त विवरण के अनुसार मामला भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित अधिवक्ता कानून का है सूत्र बताते हैं कि केंद्र सरकार के कानून मंत्री द्वारा बनाए गए उसे उक्त विधेयक में अधिवक्ताओं के मन्सा विरुद्ध कई कानून लाने की केंद्र सरकार की मंशा है जिसे भारत अधिवक्ता काउंसिल एवं उत्तर प्रदेश बर काउंसिल के साथ ही जनपद के तमाम बार एसोसिएशन के जुड़े अधिवक्ताओं ने उक्त विधेयक का विरोध किया।
अधिवक्ता संगठनों के अध्यक्ष एवं महामंत्रियों ने एकजुट होकर भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार की ईट से ईट बजा देने की घोषणा कर दी इसी क्रम में गोंडा जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम बुझारत द्विवेदी, महामंत्री संजय सिंह, सिविल बार संगठन के अध्यक्ष सुरेंद्र मिश्रा एवं मनोज कुमार मिश्रा के संयुक्त अगवाई में अधिवक्ता विगत सप्ताह से ही गुरु नानक चौराहा सिविल लाइन चौराहा से लेकर बार प्रांगण में फेरी लगाते हुए अदालतों को बंद करने का आवाहन करते रहे साथ ही हाथों में बैनर पोस्टर लिए केंद्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुर्दाबाद के नारे लगाए इसी क्रम में भारत सरकार के मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह राजा भैया के कैम्प कार्यालय राजमहल पहुंचकर अधिवक्ताओं ने घंटे लगाया जाम और खूब लगाए नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री आदित्यनाथ मुर्दाबाद के नारे।
जिस समय रविचन्द त्रिपाठी, दीनानाथ त्रिपाठी, बिंदेश्वरी दुबे, संगम लाल दुबे, संगम लाल सिंह, रामफेर प्रजापति, अजय विक्रम सिंह, गौरी शंकर चतुर्वेदी, रितेश यादव, प्रमोद कुमार चौबे, संयुक्त मंत्री राजकुमार द्विवेदी संयुक्त मंत्री, ओमप्रकाश तिवारी, राजेश द्विवेदी, ओमकार बाबा, मदन गोपाल श्रीवास्तव उर्फ लाला बाबू टोपी वाले ,चारु चंद मिश्रा ,अरविंद तिवारी, अंकित तिवारी, राजेश मिश्रा, आलोक तिवारी, संतोष श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, मोहम्मद अरबी, समीम अतहर, महेश सिंह, दिनेश कुमार पांडे, धर्मेंद्र श्रीवास्तव, प्रमोद, बाबा ओंकार, विश्वनाथ गिरी समेत हजारों अधिवक्ता मौजूद रहे केंद्र सरकार के उक्त विधयक का घोर विरोध करते हुए यह घोषणा की कि जब तक केंद्र सरकार उक्त कानून को वापस नहीं लेगा तब तक हम अधिवक्ताओं का यह धरना आक्रोश चलता रहेगा!