लखनऊ। राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ में वाद विवाद एवं संवाद समिति द्वारा आयोजित “आरएमएलपीडी” (राम मनोहर लोहिया पार्लियामेंट्री डिबेट) के तेरवे संस्करण का भव्य शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम कुलपति प्रो. अमर पाल सिंह के मार्गदर्शन और डॉ. रजनीश कुमार यादव व डॉ. अमन दीप सिंह के सहयोग से 28 फरवरी से 2 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है।
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को कानूनी बहस, चर्चाओं और तार्किक विश्लेषण की उत्कृष्टता से जोड़ना है। इसमें देशभर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और संस्थानों से भाग लेने वाले छात्र अपने विचारों और तर्कों की प्रभावशाली प्रस्तुति देंगे।
कार्यक्रम के पहले दिन उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथियों ने कानूनी बहस और चर्चा की महत्ता पर प्रकाश डाला। उद्घाटन भाषण में डॉ. रजनीश कुमार यादव ने कहा, “यह कार्यक्रम न केवल विधि छात्रों के ज्ञानवर्धन में सहायक होते हैं, बल्कि उनके तर्क कौशल और न्यायिक समझ को भी विकसित करते हैं।”
विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. अमर पाल सिंह ने भी अपनी उपस्थिति और अपार समर्थन के साथ इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कुलपति ने कहा कि आरएमएलपीडी विधि क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए एक बेहतरीन मंच है, जहाँ वे अपनी तार्किक क्षमता को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में संवैधानिक कानून, मानवाधिकार, आपराधिक न्याय प्रणाली, अंतरराष्ट्रीय कानून और समसामयिक कानूनी मुद्दों पर गहन चर्चाएँ होंगी। भाग लेने वाले छात्र विभिन्न वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, पैनल डिस्कशन और शोध प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी विशेषज्ञता दिखाते पाए गए।
समापन और पुरस्कार वितरण 2 मार्च को समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य विधि छात्रों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जहाँ वे अपने विचारों को खुलकर व्यक्त कर सकें और कानून के क्षेत्र में अपने ज्ञान का विस्तार कर सकें।
“आरएमएलपीडी” 2025 एक ऐसा आयोजन साबित हो रहा है जो न केवल विधि शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि बौद्धिक विमर्श के स्तर पर भी एक नया मील का पत्थर स्थापित करेगा।
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