लुटेरे महमूद गज़नवी का साला था मसूद, बहराइच में भी लगता है बड़ा मेला
महाराजा सुहेलदेव ने उतारा था मौत के घाट
संभल। लुटेरे और हिन्दुओं के हत्यारे सालार मसूद गाज़ी के नाम पर प्रतिवर्ष लगने वाले मेले पर इस वर्ष संभल प्रशासन ने रोक लगा दी है, उत्तरप्रदेश के ही जनपद बहराइच में भी सालार मसूद के नाम पर हर वर्ष मेला लगता है, संभल प्रशासन क इस निर्णय के बाद सवाल ये उठता है की क्या बहराइच प्रशासन भी इस मेले पर कोई निर्णय लेगा।
संभल में विवादित मस्जिद विवाद के बाद प्रशासन ने एक और सराहनीय निर्णय लेते हुए प्रतिवर्ष लगने वाले नेज़ा मेले के लिए अनुमति देने से इंकार कर दिया है, प्रशासन का कहना है की अज्ञानता वस अभीतक लुटेरे और हत्यारे मसूद के नाम से मेले का आयोजन किया जा रहा था लेकिन इस कुरीति को समाप्त करने क लिए अब इस आयोजन को बंद किया जा रहा है।
ज्ञात हो की इसी मसूद के नाम पर उत्तरप्रदेश के ही जनपद बहराइच में भी एक बड़े मेले का हर वर्ष किया जाता है जिसमे मुस्लिमों के साथ ही भारी संख्या में अज्ञानी हिन्दू भी शामिल होते हैं, संभल प्रशासन के इस निर्णय के बाद सवाल ये उठता है की क्या बहराइच प्रशासन भी अब इसी तरह का निर्णय लेते हुए मेले पर प्रतिबन्ध लगाएगा।
यहाँ ये भी बताना आवश्यक है की लुटेरे और हत्यारे मसूद गाज़ी को बहराइच के ही महाराजा सुहेलदेव ने युद्ध में मौत के घाट उतारा था।