दुर्घटना में घायल होने के बाद हुई थी बेटी की मौत, स्वास्थ्य सेवाओं पर लगा सवालिया निशान
मौत के घंटों बाद भी अधिकारी नहीं उपलब्ध करा पाए एम्बुलेंस
फिरोजाबाद। कहने को तो प्रत्येक जनपद में मेडिकल कालेज की स्थापना जोरों पर है लेकिन वास्तविकता की धरातल पर तो व्यवस्थाएं पहले से और चौपट हो गईं हैं, व्यवस्थाएं किस कदर पटरी से उतरी है इसकी बानगी सत्ताधारी दल भाजपा नेता की बेटी की मौत के बाद सामने आई जिसमे घंटों प्रतीक्षा के बाद भी बेटी के शव को घर ले जाने के लिए भाजपा नेता को एम्बुलेंस नहीं मिल पाई, मजबूर होकर पिता को ई रिक्शा का सहारा लेना पड़ा।
पूरी घटना में सबसे खास बात तो ये है की इस अव्यवस्था या कहे अराजकता पर स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी मीडिया से बात तक करने को तैयार नहीं है।
उत्तरप्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलने वाली ये घटना प्रदेश के जनपद फ़िरोज़ाबाद की है, जहाँ के नगरनिगम के वार्ड 36 के भाजपा पार्षद धर्मपाल राठौर की बेटी सीढ़ी से गिरने से घायल हो गईं थी, घायल बेटी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था जहाँ उसकी चिकित्सा के दौरान मृत्यु हो गईं।
असली कहानी तो तब शुरू हुई ज़ब बेटी का शव घर ले जाने के लिए भाजपा नेता ने एम्बुलेंस की मांग की, पहले तो स्वास्थ्य अधिकारी समय मांगते रहे लेकिन ज़ब काफ़ी समय बीत गया और एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हुई तो अधिकारी जवाब देने से कन्नी काटने लगे, इसी बीच ज़ब घंटो बीत गए तो पार्षद को ई रिक्शा से बेटी के शव को ले जाने पर विवश होना पड़ा।