बुर्के के आड़ में किस तरह दिया जा रहा अपराध को अंजाम, क्या दुकानदारों को मिलेगी सीख
उन्नाव। कहने को तो रोजे के महीने में ईमान वाले समुदाय में थूक का निगलना और पिछवाड़ा धोते समय भी सावधानी बरातना जरुरी है नहीं तो रोजा टूट जायेगा जिससे जहन्नुम में जाना पड सकता है लेकिन व्यवहारिकता इससे पूरी तरह अलग है, रोजे में रहते हुए भी अपराध को अंजाम देना इस समुदाय के लिए आम हो गया है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण सोशल मीडिया में वायरल ये वीडिओ है।
वायरल वीडिओ उत्तरप्रदेश के जनपद उन्नाव का बताया जा रहा है जिसमे साफ देखा जा सकता है की एक दुकान पर कुछ बुरकाधारी शांतिप्रिय समुदाय की महिलाएं खड़ी है वे दुकानदार से कोई वस्तु मांगती है जिसे लेने दुकानदार दुकान के दूसरे हिस्से में जाता है इसी बीच मौका पाकर एक बुरखा और हिज़ाबधारी महिला दुकान के गल्ले को खोलकर उसमे रखी नोटों की गड्डी पार कर अपने थैले में रख लेती है।
सोशल मीडिया पर दी गईं जानकारी के अनुसार दुकान का नाम बउवा बुक डिपो है जो जिले के बांगरमऊ क्षेत्र में स्थित है। संलग्न वीडियो देखें और रोजे तथा रोजेदारों की हकीकत जाने।