बिना भुगतान किये पार करना चाहते थे टोल, कर्मी ने याद दिलाई औकात
बरेली। अपने न्यायाधीश की कुर्सी पर बैठकर दुनिया को क़ानून और नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले मीलॉर्ड मात्र 80₹ बचाने के लिए ऐसी स्थिति में फंस जायेंगे उन्होने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा, यही नहीं एक सामान्य सा टोल कर्मचारी उनकी इतनी फ़जीहत कर देगा इसका उन्हें अंदाजा भी नहीं रहा होगा, लेकिन चंद पैसे बचाने के लिए अपनी मर्यादा को तार तार करने और स्वयं सहित सम्पूर्ण न्यायपालिका पर धब्बा लगाने वाली इस घटना के लिए स्वयं ये मीलॉर्ड ही जिम्मेदार हैं।
हैरान करने वाली ये घटना बरेली मुरादाबाद मार्ग पर स्थापित एक टोलबूथ का है जहाँ मात्र 80₹ बचाने के लिए ज़िला न्यायालय में नियुक्त एक न्यायाधीश टोल कर्मी से उलझ गए और अपने पद का रौब दिखाने लगे, लेकिन वे शायद ये भूल गए थे की उनका पाला किसी सामान्य कर्मचारी से नहीं बल्कि टोल नियमों के सम्पूर्ण जानकार से पड़ा है।
वायरल वीडियो में साफ देखा और सुना जा सकता है कैसे एक जज ने अपनी गाड़ी को टोलबूथ के बीचोबीच रोक रखा है और टोलकर्मी से बहस कर रहे हैं, लेकिन उनकी ये बहस टोलकर्मी अपने वैध तर्कों से ख़ारिज कर देता है और अंततः उन्हें टोल के 80₹ देने ही पड़ते हैं।