(मदन साहू)
अब एक साथ दो नियमित पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं विद्यार्थी- डॉ जैन
छतरपुर (मध्यप्रदेश)। महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर में भूगर्भ शास्त्र अध्ययन शाला एवं शोध केंद्र के द्वारा दिनांक 7 अगस्त 2025 को कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी के संरक्षण एवं रजिस्ट्रार यशवंत सिंह पटेल के मार्गदर्शन में भूगर्भ शास्त्र विषय में नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन (इंडक्शन) प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के पूजन-अर्चन से किया गया। कार्यक्रम में छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ आर एस सिसोदिया मुख्य अतिथि रहे के रूप में एवं विभागाध्यक्ष डॉ पी के जैन अध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे।अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छों के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में डॉ पी के जैन ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्नातक प्रथम वर्ष के दोनों सेमेस्टर के विषयों, पाठ्यक्रम, क्रेडिट सिस्टम, परीक्षा प्रणाली, प्रश्न पत्र में अंकों के विभाजन की जानकारी विस्तारपूर्वक प्रदान की। उन्होंने स्नातकोत्तर एक वर्षीय एवं दो वर्षीय पाठ्यक्रमों की जानकारी विस्तारपूर्वक समझाई। डॉ जैन ने विद्यार्थियों से यूजीसी एवं मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार फेक यूनिवर्सिटी, ओडीएल प्रोग्राम एवं ऑनलाइन प्रोग्राम के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी एक साथ दो नियमित पाठ्यक्रम में प्रवेश ले कर डिग्री एवं डिप्लोमा कर सकता हैं। भूगर्भ शास्त्र अध्ययन शाला में संचालित पीजी डिप्लोमा इन मिनरल एक्सप्लोरेशन एवं पीजी डिप्लोमा इन एन्सीएन्ट पाॅन्ड्स (प्राचीन तालाब) में प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यताओं एवं पाठ्यक्रम के बारे में बताया।
डॉ आर एस सिसोदिया ने विद्यार्थियों से नियमित यूनिफार्म में आकर सभी कक्षाओं में उपस्थित रह कर अध्ययन करने की सलाह दी एवं शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ समय पर लेने को कहा।
कार्यक्रम का सफल संचालन अतिथि विद्वान सुश्री आशी जैन ने किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथि विद्वान सुश्री आशिया बानो ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नव प्रवेशित विद्यार्थी एवं विभागीय सदस्य सुश्री मुमताज जहां मंसूरी एवं गुट्टी लाल कुशवाहा उपस्थित रहे।