गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज गोंडा के भैतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जितेंद्र सिंह के कुशल निर्देशन में जिहुरामाफ़ी, महसी बहराइच के शोधार्थी अलंकार सिंह को उनके उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय द्वारा पीएच.डी.की उपाधि प्रदान की गई है।
अलंकार सिंह ने ‘’ ए मॉडलिंग एंड सिमुलेशन बेस्ड स्टडी InGap/GaAs/ Ge:दी डिज़ाइन पैरामीटर फॉर हाई एफिशिएंट सोलर सेल’’ विषय पर अपना शोध कार्य पूर्ण किया। इस शोध में उन्होंने सौर ऊर्जा सेल की संरचना, कार्यप्रणाली और उनके विभिन्न अनुप्रयोगों का गहन अध्ययन प्रस्तुत किया है। वायवा-वोस परीक्षा के दौरान शोधार्थी ने विषय पर व्यापक ज्ञान और स्पष्टता का परिचय दिया, जिसे परीक्षकों ने अत्यंत सराहनीय बताया।
परीक्षकगणों ने श्री सिंह के शोध को समाज एवं विज्ञान की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए भविष्य में ऊर्जा क्षेत्र के लिए उपयोगी करार दिया।
वाईवा वोस परीक्षा के परीक्षक प्रसिद्ध भौतिक विद, प्रो राजीव कुमार त्रिपाठी , प्राचार्य डी ए वी कालेज लखनऊ ने प्रस्तुत शोध कार्य से प्राप्त परिणामों को ऊर्जा के क्षेत्र हेतु जनोपयोगी बताया।
शोध निर्देशक प्रो जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस शोध परिणाम से सोलर सेल की दक्षता और स्थायित्व बढ़ेगा जिससे ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोगो को कम कीमत पर बिजली मिलेगी । श्री सिंह ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने शोध निर्देशक प्रो जितेंद्र सिंह, पिता ज्वाला बक्श सिंह, अग्रज हेमंत कुमार सिंह, राजवंत सिंह, अखिल प्रताप सिंह, किसान महाविद्यालय बहराइच के प्राचार्य प्रो विनय सक्सेना, विभागाध्यक्ष भौतिकी डॉ किशुनवीर, डॉ आलोक प्रताप सिंह को देते हुए बताया कि मेरे शोध के प्रेरणाश्रोत न्यायाधीश हरेंद्र बहादुर सिंह है,जिन्होंने मुझे इस कार्य के लिए प्रेरित किया ।
अलंकार सिंह की इस उपलब्धि पर डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के मंत्री प्रो अमूल्य कुमार सिंह, श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज के पूर्व मुख्य नियंता प्रो ओंकार पाठक, असिस्टेंट प्रोफेसर संतोष कुमार श्रीवास्तव, डॉ अवनीश मिश्रा, डॉ देवनारायण पांडेय, शोभित मौर्य ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।