मेडिको लीगल, भर्ती मरीजों की रिपोर्ट में हो रही भारी असुविधा
गोंडा। स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला चिकित्सालय का रेडियोलॉजी विभाग एक अदद
रेडियोलॉजिस्ट के लिए पिछले दो वर्षो से तरस रहा है। हालांकि इस संबंध में मेडिकल कालेज प्रशासन ने रेडियोलॉजिस्ट की मांग संबंधित उच्च विभागीय अधिकारियों से कई बार की है। लेकिन अधिकारियों को रेडियोलॉजिस्ट ढूंढे नहीं मिल रहे। इसके कारण चिकित्सालय आने वाले मेडिको लीगल केस वा अन्य भर्ती मरीजों को भारी असुविधा हो रही है।
दो वर्ष पूर्व तैनात रहे रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर पवन गुप्ता के सीतापुर चले जाने के पश्चात किसी भी रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती प्रदेश स्वास्थ्य शिक्षा विभाग आज तक नही कर सका है।
तकनीशियन के भरोसे चल रही सीटी स्कैन सेवा
मेडिकल कालेज चिकित्सालय में सीटी स्कैन मशीन आए दिन किसी न किसी खराबी के चलते अचानक ठप्प पड़ जाती है। एक सप्ताह से बंद पड़ी सीटी स्कैन मशीन 08 अक्टूबर बुधवार को जब चालू हुई तो आधा दर्जन के करीब मरीजों का स्कैनिंग किया गया, इसके पश्चात एक बार फिर से मशीन में वोल्टेज फ्लैक्चुएशन के चलते खराबी उत्पन्न होने लगी। जिसके चलते मशीन को बंद करना पड़ा। तकनीशियन अमित पांडे के भरोसे विभाग लोगो को सुविधा उपलब्ध करा रहा है,लेकिन रेडियोलॉजिस्ट न होने से पुलिस मेडिको लीगल रिपोर्टिंग नही हो रही है। यह सेवा ठप्प पड़ी है। लोगों को इसके लिए मेडिकल कालेज लखनऊ रेफर किया जा रहा है।
शासन को भेजा गया है पत्र, प्राचार्य
रेडियोलॉजी विभाग की इस स्थाई समस्या के निराकरण बारे में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने बातचीत करने पर बताया कि रेडियोलॉजी विभाग में अभी तक किसी रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नही हो पाई है। इसके लिए चार बार अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराया गया है। सचिव चिकित्सा शिक्षा , सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, अपर निदेशक देवीपाटन मंडल, को पत्र भेजा जा चुका है। अभी तक किसी ने भी ज्वाइनिंग के लिए प्रपत्र प्रस्तुत नही किए है। सीटी स्कैन मशीन में आए दिन आ रही खराबी के बारे में उन्होंने बताया कि मशीन में वोल्टेज की समस्या आ रही है। इसके लिए इंजीनियर को बुलाया गया था।अब मशीन ठीक है। लेकिन बुधवार 08 अक्तूबर को अचानक फिर से यह समस्या उत्पन्न हुई है । इसके लिए मशीन का यूपीएस सिस्टम बेहतर बनाया जाना है। इसे कल तक सही कर दिया जाएगा। जब तक रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नही हो जाती पुलिस मेडिको लीगल केस की रिपोर्ट के लिए लोगों को परेशानी है। तैनाती के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी। इसके लिए हम प्रयासरत हैं।

 
									 
						 
							 
							 
							 
							 
							 
							

