शिकायत किया तो डाल देंगे हवालात में :- उमरी पुलिस
सादे कागज पर अंगूठा लगवा जबरदस्ती कराया सुलह
उमरीबेगम गंज(गोण्डा)। पीड़ितों को न्याय देने की जगह पुलिस उल्टे उन्हें ही प्रताड़ित और उनके विरुद्ध ही मुकदमा दर्ज करने की बात कहने के समाचार तो आपने बहुत से देखें होंगे लेकिन जिले की पुलिस केवल धमकी तक ही नहीं सीमित रही, इसने बाकायदा धमकी के साथ मुकदमा भी दर्ज कर लिया और वो भी पीड़ित के सामने ही।

पुलिसिया उत्पीड़न की ये कहानी जिले के थाना उमरी अंतर्गत ग्राम पूरे केवटाही निवासी सविता देवी पत्नी सोनू निषाद और उमरी पुलिस की है, जानकारी के अनुसार पीड़िता सविता के छोटे सास ससुर और उनका पुत्र सभी नेत्रहीन हैं, विगत 25 अक्टूबर को गाँव के ही दबंग बाबू निषाद पुत्र रामदास और पाटनदीन, नरेन्द्र, संतोष और रंजन पुत्रगण बाबू निषाद उनके सहन की ज़मीन को हड़पने की नीयत से हथियारों से लैस होकर आये और मारपीट की, यही नहीं दबंगो ने जान से मारने के लिए भाले से ससुर के पुत्र सरवन पर प्रहार किया लेकिन वो किसी तरह बच गया।

हल्ला होने पर ज़ब अन्य ग्रामीण इकठ्ठा हुए और बीच बराव किया तब जाकर सभी की जान बची, जाते जाते दबंग जान से मारने की धमकी देते हुए ये भी कहा की नेत्रहीनों को ज़मीन की क्या जरुरत है। शिकायत के लिए ज़ब पीड़िता थाने गईं तो वहां विपक्षी दबंग पहले से मौजूद थे, वहां थानाध्यक्ष ने पीड़िता के पक्ष में कार्यवाई करने के स्थान पर एक सादे कागज पर अंगूठा लगवा लिया और उसपर कुछ लिखकर विपक्षियों से भी हस्ताक्षर कराकर एक कॉपी हमें दे दी, उक्त पत्र को ज़ब हमने प्रधान को दिखाया तो उन्होंने बताया की ये सुलहनामा है।

खास बात तो तब हुई ज़ब पीड़िता ने डी आई जी से मामले की शिकायत की तब थानाध्यक्ष ने थाने बुलाकर मामले में एन सी आर दर्ज की लेकिन उसके सामने ही दबंगों को बुलाकर उनसे कहकर पीड़िता के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कर ली, यही नहीं थानाध्यक्ष ने ये धमकी भी दी की ज्यादा शिकायत करोगी तो सभी को उठाकर थाने में बंद कर दूंगा।
पीड़िता ने अपने साथ हो रहे अत्याचार की शिकायत एक बार पुनः डी आई जी से करते हुए दबंगो के विरुद्ध कार्यवाई के साथ उमरी पुलिस पर भी कार्रवाई की मांग की है।
