पूरी तरह चोक नालियों में उगी हैं झाड़ियाँ, प्रधान पर लगे गंभीर आरोप
पूरेखेमकरण की बदहाल सफाई व्यवस्था, दिखावे के लिए बना रास्ता विहीन अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र
गोण्डा। हर माह पचासों हज़ार का वेतन उठाने के बाद भी सफाईकर्मी गावों की सफाई व्यवस्था में कोई रूचि नहीं ले रहे जिसका जीवंत प्रमाण पूरेखेमकरण में दिखाई देता है जहाँ यत्र तत्र गन्दगी का अम्बार लगा दिखाई देता है, दिखावे के लिए बना दिए गए अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र तक जाने का रास्ता तक नहीं है जो प्रमाणित करता है की न तो सफाई होती है और न ही अपशिष्ट का प्रबंधन होता है।
यह हाल जिले के विकास खंड झंझरी के ग्रामसभा पूरेखेमकरण का है जिसके सभी पुरवों का हाल यही है, गाँव में बनी सभी नालियाँ कूड़े से पटी पड़ी है, सामान्य दृष्टि से ही देखा जा सकता है की निर्माण के बाद आजतक इनमे कभी झाड़ू नहीं लगाया गया, यही नहीं अधिकतर नालियों में तो झाड़ियाँ उग आई हैं।
हर जगह कूड़े का अम्बार लगा दिखाई देता है, प्रधान राजेश वर्मा और सफाईकर्मियों के नकारेपन का जीवंत प्रमाण गाँव में बना अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र भी देता है कहने को तो केंद्र का निर्माण करा दिया गया लेकिन उसका ताला शायद ही कभी खुला हो क्योंकि केंद्र तक जाने का रास्ता ही नहीं है, रास्ते पर उगी लम्बी झाड़ियों बता रही है की इन रास्तो पर वर्षो से कोई नहीं आया।
गावंवासियों की माने तो प्रधान और सफाई कर्मियों की मिलीभगत ने गाँव को गन्दगी का अड्डा बना दिया है, एक निवासी ने अपनी पहचान छुपाने की शर्त पर बताया की प्रधान राजेश वर्मा सभी सफाईकर्मियों से काम न करने के एवज में प्रतिमाह एक मोटी रकम की वसूली कर उन्हें अपना अभयदान देते हैं तो फिर सफाईकर्मी गाँव की सफाई क्यों करेगा।
फिलहाल इस गंभीर आरोप में कितना दम है ये तो जाँच के बाद ही पता चल सकता है लेकिन ये बात पूरी तरह सच है की ग्रामसभा में कभी भी सफाई नहीं होती फिर वो चाहे आवागमन के रास्ते हो या फिर गाँव की नालियाँ।
