बहराइच केन्द्र में आवासीय प्रशिक्षण, रहने-खाने की मुफ्त सुविधा उपलब्ध
गोंडा के पारंपरिक कारीगरों के लिए सुनहरा अवसर, ग्रामोद्योग कार्यालय में नामांकन शुरू
दिव्यांग, बीपीएल परिवार और महिलाओं को चयन में प्राथमिकता मिलेगी
गोण्डा। उ0प्र0 माटीकला बोर्ड द्वारा “माटीकला कौशल विकास योजना” के तहत जनपद गोंडा के अभ्यर्थियों के लिए 15 दिवसीय निःशुल्क आवासीय शिल्पकारी प्रशिक्षण की घोषणा की गई है। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को रोजाना ₹250 प्रशिक्षुवृत्ति दी जाएगी। यह प्रशिक्षण मण्डलीय प्रशिक्षण केन्द्र, बहराइच में आयोजित होगा, जिसमें रहने और भोजन की व्यवस्था पूरी तरह निःशुल्क रहेगी।
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी महेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में मिट्टी कला से जुड़े परम्परागत शिल्पी, उद्यमी एवं कारीगर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इच्छुक अभ्यर्थी अपनी फोटो, आधार कार्ड, आय प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र, बैंक पासबुक एवं राशन कार्ड की छायाप्रति के साथ किसी भी कार्य दिवस में जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, राजा मोहल्ला, उतरौला रोड, गोंडा में संपर्क कर नामांकन करा सकते हैं।
अधिक जानकारी हेतु उपयुक्त वेबसाइट upmatikalaboard.in या मोबाइल नंबर 9580503142 पर संपर्क किया जा सकता है।
चयन हेतु पात्रता:
अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो।
न्यूनतम आयु 18 वर्ष (1 अप्रैल के आधार पर)।
अभ्यर्थी का साक्षर होना आवश्यक।
माटीकला की परम्परागत जानकारी हो।
उपलब्धता के आधार पर आरक्षित वर्ग हेतु आरक्षण।
राशन कार्ड के आधार पर एक परिवार से केवल एक सदस्य का चयन, साथ ही दिव्यांग, बीपीएल परिवार के सदस्य एवं महिलाओं को प्राथमिकता।
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक माटीकला कारीगरों को प्रशिक्षण देकर उन्हें कौशलयुक्त बनाना और उनके आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
