गोंडा ! जनपद के प्राथमिक विद्यालय के प्रशासन की संवेदनहीन तस्वीरें सामने आई है एक तरफ जहां तस्वीरें संवेदनहीनता से भरी है तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों की अगर बात करें तो विद्यालय के प्रिंसिपल के साथ शिक्षा विभाग के रहनुमा बेसिक शिक्षा अधिकारी का भी गैर जिम्मेदाराना और संवेदनहीन बयान भी सामने आया।
सामने आईं तस्वीर में साफ दिखाई दे रहा है कि यह नन्हे मुन्ने छात्र किस तरह अपने सिर पर भारी – भरकम कुर्सी व कंधों पर मेज उठाए हुए हैं …. जिले के कर्नलगंज तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नकहारा गांव के प्राथमिक विद्यालय से सामने के इस संवेदनहीन तस्वीर में पढ़ाई के समय यह स्कूली छात्र पढ़ाई करने के बजाय कंधों पर मेज और सिर पर कुर्सी लादकर विद्यालय से दूर बढ़ई के यहां मरम्मत के लिए ले जा रहे हैं।
सिर पर कुर्सी लादे छात्र नीरज उर्फ सोनू ने बताया कि प्रिंसिपल मैम के कहने पर हम यह कुर्सी और मेज़ रिपेयरिंग के लिए बढ़ई के यहां लेकर जा रहे हैं …. वहीं जब इस संवेदनहीन मुद्दे पर विद्यालय की प्रधानाचार्य ने मीटिंग का बहाना बनाते हुए कहा कि बच्चे अपने आप उठाकर ले जाते हैं और कहते हैं कि हमारे यहां बढ़ाई है वह बना देगा।
वहीँ विभाग के जिम्मेदार बीएसए मनीराम सिंह ने अपना गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा कि बच्चे अगर इस लायक हैं कि सहयोग कर सकते हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है और बच्चे इतने बड़े नहीं हैं कि कुर्सी और मेज जैसी भारी चीज उठा सकें।