(विक्रम सिह)
हल्द्वानी (उत्तराखंड) ! हल्द्वानी नगर मण्डल का बड़ा शहर होने के साथ ही दिन-प्रतिदिन विस्तारित होता हुआ शहर हैं, विस्तारित होते शहर में यातायात व्यवस्था को चुस्त व दुरस्त रखने के लिए सूक्ष्म कार्य योजना बनाकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा। यह बात मण्डलायुक्त राजीव रौतेला ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में यातायात व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कही।
रौतेला ने पुलिस तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शहर की यातायात व्यवस्था ऐंसी बनाई जाए कि कहीं भी यातायात बाधित न हो व जाम की परेशानी न हो। यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए जिला स्तर पर लिए गए निर्णयों एवं उनके क्रियान्वयन की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि यातायात सुचारू रखने में जो कार्य सहायक सिद्ध हुए हैं, उन्हें आगे भी यथावत रखा जाए। केमू के पदाधिकारियों, व्यापारियों एवं स्कूल संचालकों द्वारा बताए जा रहे सुझावों पर गहनता से मंथन करते हुए उन पर भी प्रभावी कार्यवाही करने, जनहित में आवश्यकतानुसार विभिन्न सड़कों पर वनवे व्यवस्था बनाने के निर्देश परिवहन तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए। अधिकतर जाम लगने वाले स्थानों पर से अतिक्रमण एवं वेण्डरों को हटाने की व्यवस्था करने के निर्देश पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए।
श्री रौतेला ने कहा कि यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए विकास प्राधिकरण से भी धनराशि आवंटित की जाएगी। श्री रौतेला ने बताया कि नैनीताल हाईवे के चौड़ीकरण हेतु डीपीआर तैयार करने के लिए कंसलटैण्ट की नियुक्ति की गयी है। उन्होंने बताया कि चौड़ीकरण कार्य के लिए नैनीताल हाईवे की कुल चौड़ाई 13 मीटर प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि भीमताल से आने वाले वाहनों को गुलाबघाटी-रानीबाग से होते हुए हल्द्वानी न आना पड़े, इसके लिए अमृतपुर-काठगोदाम (सर्किट हाउस) मार्ग निर्माण का प्रस्ताव बनाया गया है।
डीआईजी कुमाऊ जगतराम जोशी ने कहा कि अतिक्रमण भी जाम का एक बहुत बड़ा कारण है। अतिक्रमण हटाए जाने के लिए स्थानीय प्रशासन को पुलिस प्रशासन के साथ प्रभावी तरीके से हटाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जाम के संवेदनशील स्थानों पर किसी भी प्रकार के वाहन खड़े नहीं किए जायेंगे तथा नरीमन चौराहे से मण्डी तक रोड में जितने भी अनावश्यक डिवाईडर कट हैं, उनको भी बन्द किया जाएगा ताकि लोग अनावश्यक टर्न न ले सकें।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि सड़क सुरक्षा समिति द्वारा शहर के यातायात के दबाव को कम करने तथा अनावश्यक जाम से छुटकारा पाने के लिए 14 बिन्दुओं पर प्रशासन कार्य शुरू कर दिया गया है। शहर में छोटे वाहनों के लिए वनवे ट्रेफिक व्यवस्था लागू की गई है, इसके साथ भारी वाहनों को बाईपास से गुजारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि शहर में अनावश्यक जाम न लगे तथा यातायात सुचारू रहे। उन्होंने बताया कि शहर में नए पार्किंग स्थल बनाए जाने का जो प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, उस पर सहमति प्राप्त हो गई है, जल्द ही लोनिवि से डीपीआर बनवाकर शासन को प्रेषित की जाएगी ताकि धन आवंटन हो सके।
बैठक में आरटीओ राजीव मेहरा द्वारा शहर की यातायात व्यवस्था की विस्तृत जानकारी देने के साथ ही यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए की किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। उन्होंने बताया कि शहर में संचालित थ्री व्हीलर्स में रूट के अनुसार रूट नम्बर अंकित किए जायेंगे।
व्यापर मण्डल के नवीन वर्मा ने कहा कि थ्री व्हीलर्स की संख्या काफी हो गई है तथा ये निर्धारित रूट चार्ट के अलावा भी अन्य रूट पर दौड़ते रहते हैं, इसके अलावा रोडवेज़ के पास केमू की बसे भी लम्बे समय तक खड़ी रहती हैं, जिससे जाम लगता है। उन्होंने कहा कि रेड़ी व ठैले वालों के लिए वैण्डर जोन बनाए जाए ताकि वे सड़कों पर अनावश्यक भ्रमण न करे। स्कूल एसोशिएसन के पदाधिकारी दीपक बलूटिया ने कहा कि स्कूल की बसों के भ्रमण के लिए भी प्रशासन रूट चार्ट या कार्य योजना तैयार करे, बड़ी स्कूल बसों को मुख्य मार्ग से गुजारा जाए तथा छोटे स्कूली वाहनों को लिंक मार्ग से आने-जाने की अनुमति दी जाए।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, मुख्य नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, आरटीओ राजीव मेहरा, आरएम परिवहन यशपाल सिंह, एआरटीओ डॉ.गुरदेव सिंह, विमल पाण्डे, एसडीएम गौरव चटवाल, अधीक्षण अभियंता लोनिवि रणजीत सिंह रावत, अधिशासी अभियंता लोनिवि हिम्मत सिंह रावत, मुख्य अभियंता लोनिवि वीके तिवारी, व्यापरी गोविन्द बगड़वाल के अलावा विद्यालयों के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।