लखनऊ । पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में ’’विश्व एड्स दिवस’’ से पूर्व आज मण्डल रेल प्रबंधक डा0 मोनिका अग्निहोत्री की अध्यक्षता में तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 संजय श्रीवास्तव के नेतृत्व में मंडल रेलवे चिकित्सालय, बादशाह नगर लखनऊ के सभागार में एड्स जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के आरम्भ में बादषाहनगर चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 संजय श्रीवास्तव ने मण्डल रेल प्रबन्धक का स्वागत किया तथा सभी कार्यक्रम में प्रदान की जाने वाली जानकारी से लाभान्वित होने पर बल दिया।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मण्डल रेल प्रबन्धक डाॅ0 मोनिका अग्निहोत्री ने एड्स मरीजों की बढती हुयी संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एड्स एक घातक बीमारी है, जिसका कोई इलाज नही है, जानकारी ही इसका बचाव है एवं एड्स के ज्ञान से ही जान बच सकती है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में डाॅ0 बी0 के0 सिंह, डी0टी0ओ0, स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेष ने एड्स पर व्याख्यान देते हुये उन्होने बताया कि जब तक एड्स के लक्षण आते है ंतब तक बहुत देरी हो चुकी होती है एवं तब तक यह बीमारी पूरी तरह से जकड़ चुकी होती है । एड्स का सीधा सम्बन्ध क्षय रोग एवं यौन रोग से रहता है, अतः इन रोगो से बचना बहुत जरूरी है एवं यौन रोग होने पर किसी प्रषिक्षित चिकित्सक से शीघ्र इलाज करायें वर्ना एचआईवी इंनफेक्शन से खतरा बढ जाता है एवं एड्स से संबंधित भ्रान्तियों को दूर करते हुये यह बताया कि हाथ मिलाने से, गले लगने से, साथ में कार्य करने से, साथ में खेलने एवं खाना खाने, शौचालय के उपयोग से, मच्छर के काटने से एचआईवी नहीं फैलता है । एड्स बीमारी प्रभावित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध से, दूषित खून चढाने से व दूषित सुईयों व सिरिंजो के उपयोग से होता है ।
डा0 नरेन्द्र सिंह टी0वी0 एवं एच0आई0वी राज्य समन्वयक, स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेष ने द्वारा एड्स की लक्षणों के बारे में बताया कि यह बीमारी गर्भवती महिलाओं से शिशु को फैल सकती है एवं इस बीमारी में कमजोरी आ जाती है, डायरिया, बुखार इत्यादि रहता है, वजन कम होने लगता है एवं यौन रोगो से संबंधित लक्षण के बारे में बताया कि गुप्तांगों पर चकत्ते खुजली फुंसिया इत्यादि हो जाती है एवं उन्होंने बचाव हेतु कन्डोम के प्रयोग, डिस्पोजबल सिरिंज एवं एचआईवी फ्री ब्लड चढाने की सलाह दी । संयमित आचार, विचार, आहार, विहार एवं व्यवहार भी अपनाने से एचआईवी/एड्स से भी बचा जा सकता है ।
विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम संचालन डा0 कुमार उमेश , अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 चारू सक्सेना ने किया।
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