अंबाला (हरियाणा) । राज्य की रहने वाली दो लडकियों का पासपोर्ट बनाने से इ्रन्कार करने का मामला आजकल सोशल मीडिया से लेकर आम जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है। आइये जानते है आखिर मामला हैं क्या।
हुआ यूं कि अंबाला की रहने वाली दो लडकियों का चेहरा मोहरा नेपालियों से मिलता जुलता है और उन्होनें पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, पासपोर्ट कार्यालय पहुंचने पर उनके चेहरों को देखकर उनके आवेदन पर यह लिखकर उन्हें वापस कर दिया गया कि वे नेपाली हैं इसलिए उनका पासपोर्ट नहीं बनाया जा सकता आप अपनी नागरिकता साबित कीजियें, हालाकिं मामला जब राज्य के गृहमंत्री अनिल विज तक पहुचां तो उनके हस्तक्षेप पर पासपोर्ट बनाने की कार्यवाही आगे बढ सकी। मामले पर जब आवेदन कर्ता बच्चियों से बात की गयी तो उन्होनें भी इस बात की पुष्टि की और बताया कि उन्होनें हमारे चेहरे देखकर पासपोर्ट बनाने से मना कर दिया और आवेदन पर यह लिख दिया कि हम नेपाल है हमे अपनी नागरिकता सिद्व करनी होगी।
प्रकरण पर जब अंबाला के डिप्टी कमिश्नर से बात की गयी तो उन्होनें बताया कि भगत बहादुर नाम का एक व्यक्ति अपनी बेटियों के साथ पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट कार्यालय गया था जहा उन्हे नेपाली बताते हुए पासपोर्ट बनाने से इन्कार कर दिया गया था लेकिन उनके मामले के संज्ञान लेने पर उन्हें बुलाकर पासपोर्ट बनाने की कार्यवाही आरम्भ कर दी गयी है शीघ्र ही उनका पासपोर्ट उन्हें मिल जायेगा।
यह मामला इतना हाईलाइट हो गया कि आम जनमानस से लेकर सोशल मीडिया में भी लोगो का गुस्सा दिखाई दे रहा है कुछ लोग इसे एनआरसी के साइट इफेक्ट की तरह भी देख रहे है।