नई दिल्ली। देश का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ने पिछले दिनें हुयी हिंसा पर पुलिस ने आज पत्रकार वार्ता कर छात्रसंघ अध्यक्ष सहित नौ लोगों की तस्तीरे जारी कर उन्हें हिंसा के लिए दोषी ठहराया है।
आज दिल्ली पुलिस द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में सिलसिलेवार घटी घटना का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि किस तरह िंहसा को पूर्व नियोजित तरीके से अंजाम दिया गया और इसमें कौन कौन लोग शामिल थे, पुलिस ने छात्रसंघ अध्यक्ष आईसी घोष, पंकज मिश्र, योगेन्द्र भारद्वाज, प्रियरंजन, सुचेता तालूकदार, विकास पटेल चुनचुन कुमार ओर डोलन सामंत के नाम बताते हुए कहा कि इन लोगों के नाम वायरल वीडियों से ही निकाले गये हैं साथ ही यह भी बताय कि इन सभी आरोपियों से जवाब भी मांगा गया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि आम तौर पर किसी वारदात के होने के बाद जब उसका खुलासा किया जाता है तभी मीडिया ब्रीफिंग की जाती है परनतु चूकिं इस मामले में लगातार अफवाह फैलाई जा रही है इसलिए मामले में हमे पहले ही लोगो ंतक सही जानकारी पहुचानें के लिए प्रेस कांफेंन्स करनी पड रही है। चूकिं पूरा मामला एक विश्वविद्यालय ेस जुडा है मामला छात्रों के भविष्य से भी जुडा है इस बात को भी ध्यान में रखते हुए मीडिया के साथ जानकारी साझा की जा रही है।
हिंसा के कारणों पर प्रकाश डालते हुए दिल्ली पुलिस ने बताया कि विश्वविद्यालय में विन्टर रजिस्टेशन चल रहा था जिसे लेफट के विभिन्न संगठन रोकना चाहते थे जबकि अन्य ज्यादातर छात्र पंजीयन कराना चाहते थे, हमारी जांच में यह सामने आया है कि एआइएसएफ, एआईएसए, एसएफआई, और डीएसएफ से जुडे छात्र इसका विरोध तो कर ही रहे थे अन्य छात्रों को भी पंजीयन से रोक रहे थे, इन छात्र संगठनो ंके लोगो ने सर्वर रूप् में तोड फोड की। जिसकी शिकायत हमारे पास भी आयी थी।