गोण्डा। वर्षो बीत गये 20 लाख की बैक डकैती, चौकी प्रभारी के सर्विस रिवाल्वर को छीने गये, विद्यालय में आतकीं धमाके के परन्तु गोण्डा की पुलिस इन बडे बडे मामलों को ठडे बस्तें में डाल चैन की बंशी बजाते हुए छोटे मोटे मामलों को उजागर कर हास्यास्पद तरीके से अपनी पीठ थपथपाने मे ंव्यस्त है।
कुछ इसी तरह के एक मामले का विगत 2 फरवरी को खुलासा करते हुए पुलिस ने अपनी वाहवाही लूटने की कोशिश की, मामले में विगत 11 जनवरी को करनैलगगंज क्षेत्र के एक किराने की दुकान से कूछ छुटभैया चोरों ने काजू किशमिश आदि की चोरी की थी जिसका जिला पुलिस ने बडे जोरों से खुलासा करते हुए बताया कि चोरों को पकडने के साथ उनके पास से 2100 की नगदी के साथ 4580 रूप्ये के सिक्के, एक अदद सब्बल, ढाई किलो छुहारा, डेढ किलो किशमिश, 10 पैकेट चाय, चार सौ ग्राम बादाम, पांच सौ ग्राम काजू बरामद किया।
पुलिस ने इस मामले में जिन चोरों को पकडने की बात बतायी उनमें से सभी थाना कटरा बाजार के सर्वागंपुर के निवासी ननकउ पुत्र मनीराम, बोलते पुत्र जगप्रसाद, पलटू पुत्र जगप्रसाद बताये गये।
हैरानी तो इस बात की हो रही है कि इन छोटे छोटे मामलों में इतनी मुस्तैदी दिखाने वाले गोण्डा पुलिस की मुस्तैदी बडे मामलों पर कहां हवा हो जाती है जो इसने समय बाद भी न तो नगर के अति व्यस्ततम स्थान पर स्थित इलाहाबाद बैंक में दिनदहाडे हुयी 20 लाख की लूट के वर्षो बीत जाने के बाद भी नहीं नजर आती। बताते चलें कि इस मामले में बैक के गार्ड पर लूटेरों ने प्राणघातक हमला भी किया था।
लगभग चार वर्ष हो रहे है बडगांव पुलिस चौकी के प्रभारी नीतेश सिंह की सर्विस रिवाल्वर गायब हुए लेकिन गोण्डा पुलिस उसे आजतक बरामद तक नहीं कर पायी दोषियों को पकडना और उनपर कार्यवाही तो दूर की बात, सूत्रों की माने मो इस मामले में तत्कालीन बडगांव चौकी प्रभारी नीतेश सिंह की रिवाल्वर उनके ही चारित्रिक कारणों के कारण ही गायब या छीनी गयी थी, हैरानी तो इस बात की हो रही है कि जिस मामले में नीतेश सिंह का निलम्बन के साथ उन पर विभागीय कार्यवाही होनी चाहिए उन्हें थाने कोतवाली की जिम्मेदारी दे दी गयी।
कुछ इसी तरह का मामला अभी कुछ ही दिन पूर्व जनपद के एक विद्यालय में हुए धमाके का भी रहा जिसमें धमाके के तार आतंकियों से भी जुडे परन्तु आरोपी देश छोड खाडी देशों में जा बैठा और वहा से भारतीय रेल को करोडों को चूना लगा रहा हैं परन्तु जनपद पुलिस उसका या उस मामले में शामिल किसी भी शख्स को आजतक न तो गिरफतार ही कर पायी और न ही उनके आस पास तक पहुच पायी।
ये कुछ मामले को एक बानगी भर है तलाशे जाये तो इस तरह के दर्जनों बडे बडे मामले होगें जा आजतक अनसुलझे है और गोण्डा पुलिस काजू किशमिश चोरों को ही पकड कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझ रही है।