जिलाधिकारी और डीआईजी तक पहुंची शिकायत
गोण्डा। जनपद के एक अधिवक्ता और पूर्व एसडीएम सदर के बीच हुए विवाद मेंं दर्ज हुए मुकदमें में हजारों रूपये की मांगी गयी रिश्वत न मिलने से दरोगा पर बिना किसी भी जाचं के चार्जशीट लगा देने का आरोप लगाया गया है।
जनपद के तेज तर्रार अधिवक्ता पंकज दीक्षित ने जिलाधिकारी, डीआईजी ओर पुलिस अधीक्षक को भेजे शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए बताया है कि कुछ दिनो पूर्व तत्कालीन एसडीएम नितिन गौड और उनमें कुछ विवाद हो गया था जिस पर उन्होनें अपने अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए एक ही दिन में अलग अलग दो घटनाओं को दिखाते हुए उन पर दो मुकदमे दर्ज करा दिये थे। मुकदमें में दरोगा इंद्रजीत यादव ने उनसे 20000 रूपये की यह कहते हुए मांग की कि यदि आप हमें इतने रूपये देते हैं तो मामले में फाइनल लगा दूंगा। जब मैने इन्द्रजीत यादव को उक्त पैसे देने से इन्कार कर दिया तो उन्होनें मेरे सामने ही मामलें में प्रस्तुत किये गये साक्ष्यों को फाडकर फेंक दिया।
शिकायती पत्र में दरोगा इन्द्रजीत यादव पर आरोप लगाते हुए यह भी बताया गया है कि दरोगा ने मुकदमा अपराध संख्या 473/2019 में बिना किसी भी जांच पडतांल के फर्जी तरीके से चार्जशीट प्रस्तुत कर दिया है जो किस कर्मचारी आचरण नियमावली के विपरीत है।
श्री दीक्षित ने अधिकारियों से मांग करते हुए कहा है कि भ्रष्ट दारोगा पर पुलिस अधिनियम की धारा 35 के अर्न्तगत जाचं करा कर आवष्यक कार्यवाही की जाये।
उन्होंनें प्रशासन को चेतावनी देते हुए भी कहा है कि यदि दरोगा के विरूद्व 15 दिन में प्रभावी कार्यवाही नही की गयी तो बार एसोशिएसन की शरण लेते हुए आन्दोलन को विवश होगा।