देहरादून उत्तराखंड। विगत दिनों सर्वोच्च न्यायालय की महिला अधिवक्ता के साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे अपराधी प्रवृति के व्यक्ति द्वारा अभद्रता किये जाने का मामला तूल पकडने लगा है मामले पर अधिवक्ता संघ ने राष्टृपति को चिटठी भेज तत्काल हस्तक्षेप करते हुए उत्तराखण सरकार को उचित निर्देश दिये जाने की मांग की है।
विदित हो कि विगत 19 फरवरी को सूप्रीम कोर्ट की महिला अधिवक्ता संगीता सिंह अपने एक क्लाइंट के मामले की पैरवी करने देहरादून एसडीएम सदर के कोर्ट पर आयी हुयी थी जहां पर उनके साथ पूर्व मूख्यमंत्री हरीश रावत के ओएसडी रहे राजीव जेन सहित अन्य तीन लोगों ने अशोभनीय और अभद्र व्यवहार किया जिस पर संयुक्त अधिवक्ता संघ की महामंत्री संगीता सिंह ने आरापियों के विरूद्व मामला दर्ज करा दिया।
चूकिं राजीव जैन एक प्रभावी और माफिया किस्म का आदमी है इसलिए देहरादूर पुलिस ने उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की, राष्टपति को भेजे अपने पत्र में संयुक्त अधिवक्ता संघ ने महिला अधिवक्ता को जान का खतरा आंशका व्यक्त करते हुए मांग की है कि तत्काल उत्तराखडं सरकार को प्रभावी कार्यवाही के लिए निर्देशित करते हुए महिला अधिवक्ता को सुरक्षा मुहैया करायी जाये जिससे उनके जानमाल पर बने संकट की रक्षा की जा सके।
संयुक्त अधिवक्ता संघ के युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक मिश्र ने यह अनुरोध राष्टृपति के अतिरिक्त उत्तराखड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, उत्तराखंड के राज्यपाल, प्रमुख सचिव उत्तराखंड, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य एवं केन्द्रीय महिला आयोग को भी मामले से अवगत कराते हुए तत्काल उचित कार्यवाही की मांग की है।