राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विज्ञान संगोष्ठी का हुआ आयोजन
छतरपुर (मध्यप्रदेश)। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय शासकीय महाराजा महाविद्यालय के वनस्पतिशास्त्र विभाग में विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ एल एल कोरी ने की और विशिष्ट अतिथि के रूप में परीक्षा नियंत्रक डाॅ जे पी शाक्य व माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डाॅ अमिता अरजरिया उपस्थित रहे।मुख्यवक्ता के रूप में वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर डाॅ पी के खरे उपस्थित रहे।वहीं कार्यक्रम की मेजबानी वनस्पति विज्ञान के समस्त स्टाॅफ द्वारा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती मां की प्रतिमा पर पुष्पार्पण और अतिथियों के पुष्पगुच्छ से स्वागत के साथ ही किया गया। वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डाॅ मंजूषा सक्सेना द्वारा स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया गया।जिसमें उन्होंने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि विज्ञान को व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ने वाले को ही वैज्ञानिक की संज्ञा दी गई है।उन्होंने विज्ञान की देन को वरदान बताते हुए,सभी से इसका केवल सदुपयोग करने का भी आग्रह किया।
माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डाॅ अमिता अरजरिया द्वारा माइक्रोबायोलॉजी के प्रयोग से विज्ञान जगत में हुई आश्चर्यजनक प्रगति से अवगत कराया गया।वहीं उन्होंने विद्यार्थियों से अपने ज्ञान को डिग्री तक सीमित न रखने की बजाय उसे वास्तविक रूप में हासिल कर उसे समाज की प्रगति में उपयोग करने का भी आग्रह किया।मुख्यवक्ता के रूप में शामिल डॉ पी के खरे द्वारा आनुवांशिकी एवं उसके जीवन में उपयोग प्रभाव एवं दुष्परिणाम विषय पर पी पी टी और विडियो के माध्यम से प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।जिसमें उनके द्वारा वैश्विक जैव विविधता, आनुवांशिकी, विकास एवं अनुकूलन,जीन के माध्यम से कृषि और औद्योगिक विकास पर विस्तृत सचित्र व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। उन्होंने दुनिया के मुकाबले में भारत के लोगों को अति बुद्धिमान बताते हुए कहा कि भारतीयों के अंदर एक विशिष्ट प्रतिभा देखने को मिलती है,जिसे सामान्यरूप से जुगाड़ कहते है।यही वैज्ञानिक प्रगति का मूल आधार है, बस जरुरत है इसकी महत्ता समझने की।वहीं उन्होंने विद्यार्थियों से बड़े सपनों के रूप में लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें दृढ़निश्चय रहकर कठिन परिश्रम कर पाने के लिए हौंसला भी बढ़ाया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल डाॅ जे पी मिश्रा ने विज्ञान को वैश्विक चुनौतियों का हल बताया। कार्यक्रम के दौरान संस्कृति ज्ञान परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों रिषभ पटेरिया, भारत सेन, रामकुमार, सचिन कुमार अहिरवार, प्रियंका गुप्ता, रीना ओमरे, सचिन अहिरवार, हेमंत पटेल, निधि गुप्ता को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया गया।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्राचार्य डाॅ एल एल कोरी द्वारा कार्यक्रम को अत्यंत सराहा गया। वहीं उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समाज को अंधविश्वास मुक्त बना सकने की भी बात कहीं।वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर डाॅ पी एल प्रजापति ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम को अनुमति प्रदान करने के लिए प्राचार्य डाॅ एल एल कोरी व वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डाॅ मंजूषा सक्सेना का धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यक्रम का मंच संचालन बी एस सी फाइनल के छात्र मदन साहू द्वारा किया गया।इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में छात्र -छात्रा उपस्थित रहे।
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