राज्यपाल तक पहुंची शिकायत, दिए जांच के आदेश
लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय की प्रतिष्ठा हो रही धूमिल
गोंडा। लाल बहादुर शास्त्री पी जी कालेज गोंडा के सत्र 2019 के एम एस सी के परीक्षा परिणाम की भिन्न भिन्न क्लास लिस्ट अवध विश्वविद्यालय अयोध्या द्वारा भेजने का मामला अब गंभीर हो चला है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण मिश्र ने इसकी शिकायत उत्तर प्रदेश के राज्यपाल/कुलाधिपति को पत्र भेजकर किया है।
सत्र 2019 में एम. एससी. के परीक्षा परिणाम में अनियमित तरीके से पहले फेल और बाद में पास किए जाने की शिकायत उत्तर प्रदेश का राज्यपाल/कुलाधिपति को भेजी थी जिसको गंभीरता से लेते हुए राज्यपाल ने अवध विश्वविद्यालय के कुलपति को शिकायत पर प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए है।
भेजी गई शिकायत में शिकायतकर्ता ने विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एस. एन. शुक्ल के कार्यकाल में किए गए कार्यों की जांच की मांग की थी। पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रतिकुलपति श्री शुक्ल और महाविद्यालय के नियंता जितेन्द्र सिंह के बीच संबंध प्रगाढ़ है जिसके चलते विश्वविद्यालय में श्री सिंह अपने रसूख के बल पर मनचाहा कार्य करा रहे है। आलम यह है परीक्षा की सुचिता भंग हो रही है और एक ही महाविद्यालय के प्राचार्य और नियंता को विश्वविद्यालय द्वारा विकास परिषद का सदस्य नामित के दिया गया।
इसी तरह अन्य आरोप लगाते हुए उससे सम्बन्धित साक्षय होने की बात बताई है। जिसको संज्ञान में लेकर राज्यपाल ने प्रश्नगत प्रकरण में कार्यवाही के निर्देश कुलसचिव को पत्र भेजकर दिए है। सूत्रों की माने तो लाल बहादुर शास्त्री पी जी कालेज में अनियमितता जोरो पर है। नियम कानून को ताक पर रखकर परीक्षा कराई जा रही है पर अपने संबंधों का गलत प्रयोग कर विश्वविद्यालय को गुमराह किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता ने विश्वविद्यालय द्वारा कारवाही ना होने पर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होने का आरोप लगाते हुए शिकायत यू जी सी और उच्च शिक्षा आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, प्रधानमन्त्री को भी भेजने की बात कही है और प्रति कुलपति श्री शुक्ला के कार्यकाल में किए गए कार्यों की जांच कराना आवश्यक बताया है जिससे छात्र छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ न हो सके।
इस सम्बन्ध में कुलपति से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नहीं हो सकी जबकि नियंता का मोबाइल नेटवर्क के चलते व्यस्त बताता रहा। जबकि महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ शैलेंद्र मिश्र ने भी इस विषय पर कोई भी वक्तव्यं देना उचित नही समझा !