गोंडा ! जिले मे धान खरीद क्रय केंद्रों पर किस तरह मनमानी की जाती रही है,इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले के पंडरी कृपाल ब्लॉक के दो किसानो को एक माह पहले ऑनलाइन कर धान को बेचने के लिये आवेदन करने के पश्चात भी धान क्रय करने के लिए पहले तो क्रय केन्द्रो, में बुलाया ही नही जाता है,बीते कल जब धान क्रय का अन्तिम दिन था उन्हे बुलाया गया। इन किसानों को सीधे रानी बाजार स्थित गल्लामंडी मे बुलाया गया।जहाँ जब वे अपने खून पसीने से सींच कर तैयार की गयी धान लेकर पहुंचे तो ,उनसे आधा अधूरा धान ही खरीदा गया और बकाया धान को मिल के दलालो को बेचने के लिये यह कहकर दबाव बनय गया कि उन्हे जितना टारगेट खरीद का मिला था वह पुरा हो गया है,इसलिये वह बकाया धान नही ले सकते।दोनो किसान अपने अपने धान को मण्डी मे छोड़ कर उनके बेचे जाने का इन्तजार कर रहे है।क्रय केन्द्रो के बन्द हो जाने से उनके धान की खरीद भी अब इन केन्द्रो पर नही हो सकती।क्रय केन्द्रो व मण्डी समिति के करमचारीयो के कारण, ऐसे मे ये किसान अब कम कीमत पर निजी व्यापारियो को अपना धान बेचने को मजबूर हैं।
रबी/खरीफ योजना वर्ष 2019/20,ग्रामसभा चोर्सिहा के रहने वाले राम सबद तिवारी व दीप नरायन यादव ने दो माह पहले क्रयकेन्द्र पर धान क्रय करने के लिये ऑनलाइन आवेदन किया था।बीते कल उन्हे अपनी फसल को क्रय करने के लिये बुलाया गया,जो कि क्रय का अन्तिम दिन था।राम सबद व दीप नरायन ने गोंडा मण्डी मे वाहन से अपना धान पहुंचाया,जहाँ राम सबद से71,40,कुन्तल, मे से मात्र 42,94कुन्तल की खरीद की गयी,शेष28,46कुन्तल को यह कह कर निजी व्यापारियों को देने के लिये कहा गया कि खरीद का लक्ष्य पूरा हो चुका है।यह झन्झरी क्रय केंद्र प्रभारी अभय श्रिवासतव के द्वारा कहा गया।इसी प्रकार दीप नरायन का कुल152,40कुन्तल धान था जिसमे से45कुन्तल धान को रुपैइडीह क्रय केंद्र पर खरीद दिखा कर बकाया धान निजी मिल मालिको को देने की बात कही गयी है।इस सम्बंध मे केंद्र प्रभारी से सम्पर्क न हो पाने के कारण कोई बात नही हो सकी।
जहाँ किसानो के फसल को सरकारी तंत्र की मिलीभगत से कम दामो मे खरीद कर लूटने का यह मामला समूचे तंत्र पर सवाल खडा करता है, वहीँ इस बात के भी पुख्ता प्रमाण देती है की सरकारी क्रय केंद्र और व्यापारियों के इस कॉकस ने किसानों को ढोल बना कर रख दिया है और इस ढोल को दोनों मिलकर बजा रहे है, एक एक तरफ से उनका शोषण कर रहा है तो दूसरा दूसरी तरफ से, फ़िलहाल इस मामले में दोनो किसानो ने खुलकर अपना विरोध दर्ज कराया है।उन्होने बताया कि हम अपने साथ हुए इस अन्याय के लिये जल्द ही जिलाधिकारी को मिलकर अपनी शिकायत करेंगे।