रसायन की प्रयोगात्मक परीक्षा निरस्त करने की मांग, राज्यपाल को भेजी गई शिकायत
गोण्डा। लाल बहादुर शास्त्री पी0जी0 कालेज के प्रबंधन व अवध विश्वविद्यालय के प्रशासन को अंधेरे में रखकर मिथ्या जानकारी के बुनियाद पर कार्बनिक रसायन विशेषज्ञ को शिक्षक के रुप में महाविद्यालय में पहले तो विश्वविद्यालय से अनुमोदन करा लिया और बाद में उसे ही आन्तरिक परीक्षक के रुप में नियुक्ति करा कर लाल बहादुर शास्त्री पी0जी0 कालेज गोण्डा के रसायन शास्त्र विभाग के स्नातक व परास्नातक छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसकी शिकायत राज्यपाल उत्तर प्रदेश समेत, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के उपाध्यक्ष, अवध विश्वविद्यालय के कुलपति, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष व सचिव तथा स्थानीय महाविद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष को मेल भेजकर की गयी है।
शिकायतकर्ता ने भेजे गये पत्र में कहा है कि गलत जानकारी देकर करायी गयी नियुक्ति धोखाधड़ी की श्रेणी में आती है इसलिए जिम्मेदार लोगों को चिन्हित कर सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराया जाय साथ ही साथ 01 एवं 02 मार्च 2020 को आयोजित की गयी रसायन विभाग में सभी प्रायोगिक परीक्षाओं को निरस्त कर पुनः नये सिरे से परीक्षा अकार्बनिक विषय विशेषज्ञ की देखरेख में करायी जाये जिससे छात्र-छात्राओं को दिये जाने वाले परीक्षा परिणाम में संभावनाओं पर अंकों का निर्धारण न हो सके। यदि ऐसा नही होता है तो छात्र-छात्राओं का मनोबल तो गिरेगा ही साथ ही साथ बिना विषय विशेषज्ञ के सम्पन्न करायी गयी परीक्षा भी अवैध होगी।
शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो सक्षम न्यायालय की शरण लेकर मानक को दरकिनार कर करायी जा रही परीक्षा को चुनौती दी जायेगी परीक्षा और उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की दक्षता का सही मूल्यांकन किया जा सके।