पखवाड़े के दौरान बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तथा किशोरियों के पोषण पर होगा ध्यान
गोंडा ! कुपोषण को दूर कर देश और समाज को सुपोषित बनाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में पोषण अभियान संचालित किया जा रहा है | इसके बेहतर परिणाम के लिए शासन द्वारा निरंतर प्रयास किये भी जा रहे हैं | इसी के तहत आगामी 8 से 22 मार्च तक सूबे में “पुरुष सहभागिता” की थीम पर पोषण पखवाड़ा मनाये जाने का निर्णय लिया गया है | पखवाड़े के दौरान पोषण सम्बन्धी जन जागरुकता आधारित गतिविधियों का आयोजन समुदाय स्तर पर किया जायेगा |उपर्युक्त जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने दी|
उन्होंने बताया इस सम्बन्ध में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के निदेशक शत्रुघ्न सिंह की ओर से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं सभी मुख्य विकास अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है |
भारत सरकार द्वारा पखवाड़े के दौरान छः मुख्य कार्य किये जाने की अपेक्षा की गयी है | इसमें गतिविधियों पर फोकस करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री द्वारा गृह भ्रमण, सामुदायिक गतिविधियाँ, आशा द्वारा महिला बैठक तथा ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवसों का आयोजन किया जाना है | वंचित परिवारों तक पहुँच बनाने के लिए गाँव की मैपिंग करना तथा सेवाओं से छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित करते हुए उनकी सूची बनानी है और प्राथमिकता के आधार पर इन परिवारों का भ्रमण करना है | गृह-भ्रमण को पखवाड़े का आधार बनाना है | परिवार के वरिष्ठ सदस्य जिसमें पुरुष भी शामिल हों, उनसे गृह-भ्रमण के दौरान अवश्य संपर्क करने पर जोर दिया जायेगा |
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा ऊपरी आहार, उसकी गुणवत्ता तथा विविधता पर सामुदायिक बैठकों तथा गृह-भ्रमण के दौरान गहन फोकस किया जायेगा | प्रत्येक गृह-भ्रमण के दौरान माँ से ऊपरी आहार के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु AAA की पद्धति अर्थात Assess (सुनो), Analyse (समझो) और Act (सलाह देना) को उपयोग में लाने और वास्तविक स्थिति के आधार पर परामर्श देने पर विशेष जोर दिया जायेगा | पखवाड़े का फोकस परामर्श पर होना चाहिए ना कि केवल गतिविधियों के आयोजन पर | पखवाड़े के दौरान प्रतिदिन ऐसे 2 घरों का अवश्य भ्रमण करें, जहां शून्य से 2 वर्ष के बच्चे हों |
पखवाड़े के दौरान विभिन्न विभागों के सहयोग से हर दिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा | गतिविधियों का कैलेण्डर शासन द्वारा जारी कर दिया गया है | सूचना विभाग द्वारा दूरदर्शन व रेडियो पर पोषण संबंधी संदेशों का प्रसारण किया जाएगा | उद्यान विभाग आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका के निर्माण को सुनिश्चित करेगा | जहाँ मनरेगा स्वयं सहायता समूहों की बैठक का आयोजन करेगा, वहीं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग वीएचएसएनडी के दौरान डायरिया व संक्रमण से बचाव के बारे में लोगों को बताएगा तथा अति कुपोषित मुख्यतः सैम व मैम बच्चों बच्चों की चिकित्सीय जांच और एनीमिया कैम्प का आयोजन करेगा |
शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में परामर्श सत्र आयोजित करना व कक्षा में मॉनिटर नियुक्त कर सभी बच्चे घर से क्या भोजन ग्रहण करके आये हैं उनसे इस पर चर्चा करना व साथ ही साफ़-सफाई और स्वच्छता पर चर्चा की जाएगी | पेयजल तथा स्वच्छता विभाग स्वच्छतागृही की तर्ज पर पोषण अग्रहरी व पोषण प्रेरक बनाएगा | इसके अलावा पंचायती राज विभाग पुरुष सहभागिता बढ़ाने के लिए पोषण गोष्ठी, व्यंजन प्रतियोगिता, बैठक व रैली का आयोजन कर विजेताओं को पुरस्कार वितरण करेगा |