तीन माह की फीस की माफ तो शिक्षा माफियाओं ने दी प्रबंधक को धमकी
गोण्डा ! कोरोना महामारी व लॉकडॉउन के बीच गोंडा में दो भाइयों के पहल चर्चा का विषय बन गया …. जिसकी हर कोई सरहना कर रहा, वही कुछ लोग इसकी धमकी भरे लहजे में आलोचना कर रहे है।
सुधाकर व बृजेश दोनो भाई एक छोटा सा अंग्रेजी मिडियम निजी स्कूल चलाते है जिसमें 53 गरीब परिवार के बच्चे पढ़ते है और जिनके अभिवावको के पास लॉकडॉउन में कमाने का कोई जरिया नहीं जिससे वह स्कूल फीस देने में असमर्थ है। महामारी कोविड -19 यानी कोरोना वायरस के मद्देनज़र जिले के इनवोटिव पब्लिक स्कूल ने अपने सभी बच्चों की 3 महीने की फीस माफ कर दी है, वही ऐसा करने वाला यह जिले का पहला विद्यालय भी बन गया है।
इनोवेटिव पब्लिक स्कूल की जिसने लॉकडाउन के चलते विद्यालय के सभी बच्चों की अप्रैल, मई व जून पूरे तीन महीनों की फीस माफ कर दी है, बकायदा पत्र जारी कर इसकी सूचना सभी अभिभावकों को दी गयी है तो वही बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए ऑनलाइन डिजिटल क्लासेस चलाई जा रही है। इनोवेटिव पब्लिक स्कूल की ऐसी पहल पर लोगों द्वारा काफी सराहना की जा रही है …. वही विद्ययालय के संचालक बृजेंद्र मणि तिवारी ने बताया कि फीस माफ करने की खबर के बाद उनके पास कई अन्य विद्यालयों के प्रबंधकों के फोन आये जिसमें उन्होंने उन्हें धमकी भरे लहजे में उनकी आलोचना करते हुए कहा कि उनके कारण अब उन पर भी दबाव फीस मांफ करने के लिए बनाया जाएगा …. यही नहीं इन लोगो द्वारा फैसले को वापस लेने के लिए धमकी भी दी जा रही है।
फीस माफी के फैसले पर उनके स्टाफ के टीचरो का भी सहयोग रहा उन्होंने खुद आगे बढ़कर अपनी तीन महीने के आधी सैलरी विद्यालय को वापस कर दी है।