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सख्ती से लागू हो सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध, रुकेगा कोरोना वायरस का प्रसार : असीम प्रधान

Written by Vaarta Desk

भुवनेश्वर (उड़ीसा) ! सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी रूप में थूकने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पत्र का अनुपालन करते हुए ओड़िशा सरकार ने 16 अप्रैल को एक अधिसूचना जारी की जिसमें कहा गया है कि आम लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर या संस्थानों में कहीं भी किसी भी रूप में थूकने से रोका जाए। यह सरकार का सराहनीय कदम है और इससे कोविड -19 के संक्रमण पर भी रोक लगेगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने पत्र में यह उल्लेख किया है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने लोगों से तंबाकू खाकर सार्वजनिक जगहों पर नहीं थूकने की अपील की है। तंबाकू उत्पाद जैसे पान मसाला और सुपारी चबाने से मुंह में अधिक लार बनती है जिससे लोगों को उसे थूकने की इच्छा होती है। सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से कोविड-19 के संक्रमण का खतरा अधिक है।

कोविड-19 महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए आईसीएमआर ने आम जनता से धुंआरहित तंबाकू उत्पादों से दूर रहने और कोविड-19 महामारी के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से बचने की भी अपील की है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 अप्रैल को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से धुंआरहित तंबाकू उत्पादों के उपयोग और सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से लोगों को रोकने के लिए उचित कानून के तहत रोकथाम के उपाय करने को कहा।

अलामेलु चैरिटेबल फाउंडेशन (टाटा ट्रस्ट) के असीम पधान ने कहा कि ओड़िशा सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी रूप में थूकने पर रोक लगाई है और इसे पूरे राज्य में प्रभावी ढंग से लागू करना होगा। इस कदम से निश्चित तौर पर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी क्योंकि सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से कोविड-19 अधिक फैल सकता है।

वायॅस आफॅ टोबेको विक्टिम्स (वीओटीवी) के संरक्षक और भुवनेश्वर स्थित कलिंगा हास्पिटल के कैंसर सर्जन डाक्टर दिलिप कर ने कहा, “ओड़िशा सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी रूप में थूकने पर रोक कोविड-19 को फैलने से रोकने में निश्चित तौर पर अहम भूमिका निभाएगी।” कोरोना महामारी में ये सभी उत्पाद खासतौर पर चबाने वाले तंबाकू उत्पाद बेहद खतरनाक साबित हो रहे है। इससे संक्रमण की संभावना अधिक है।

उल्लेखनीय है कि गैट्स-2 डेटा के मुताबिक, 42.9 प्रतिशत वयस्क धुंआरहित तंबाकू का वर्तमान में सेवन कर रहे हैं जिसमें 52.1 प्रतिशत पुरुष और 33.6 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।

इन राज्यों में हो चुका है प्रतिबंध

ओड़िशा के अलावा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड, रोपड़ (पंजाब), गुजरात, तेलंगाना, मिजोरम, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, नगालैंड, असम, केंद्र शासित चंडीगढ़ जैसे राज्यों ने भी सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी रूप में थूकने पर रोक लगाई है और धुंआरहित तंबाकू के उपयोग को प्रतिबंधित किया है।

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