• सरकार ने कोरोना जागरूकता के लिए किया वेबसाइट लांच(www.indiafightscovid.com)
• सामाजिक दूरी, कोरोना पर फ़ैल रही अफवाह सहित संक्रमण रोकथाम आदि की मिलेगी जानकारी
• जागरूकता बढ़ाने के लिए ऑडियो एवं विडियो संदेशों को भी किया गया शामिल
• संस्थागत प्रसव जैसी अन्य जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं की भी मिलेगी जानकारी
गोंडा। कोरोना संक्रमण प्रसार की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं । कोरोना से बचने के लिए सरकार द्वारा नियमित तौर पर दिशानिर्देश भी जारी किये जा रहे हैं । इसी कड़ी में सरकार ने लोगों को कोरोना पर सटीक एवं प्रमाणिक जानकारी देने के उद्देश्य से ‘इंडिया फाइट कोविड’ नाम से वेबसाइट (www.indiafightscovid.com) भी लांच किया है, जिसमें लोगों को कोरोना संबंधित सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी गयी है ।
उक्त जानकारी एसीएमओ / जनपदीय सर्विलांस अधिकारी डॉ देवराज चौधरी ने दी । उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फैलाई जा रही अफवाहों के कारण लोगों में संशय की स्थिति भी बन रही है । इसे ध्यान में रखते हुए इस वेबसाइट पर अफवाहों के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी गयी है । साथ ही संस्थागत प्रसव अन्य जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में भी सतर्क एवं सावधान रहने की बात बताई गयी है ।
सामाजिक दूरी की जगह इमोशनल दूरी न बनायें:
डॉ चौधरी का कहना है कि कोरोना को लेकर सरकार लगातार सामाजिक दूरी बनाने पर जोर दे रही है, लेकिन सामाजिक दूरी बनाने के क्रम में कई जगह संक्रमितों से भावनात्मक दूरी बनती जा रही है । इसको लेकर ‘इंडिया फाइटस कोविड’ ने आगाह किया है एवं संक्रमितों के प्रति भावनात्मक दूरी नहीं बनाने की अपील की गयी है । कोरोना पर फ़ैल रही भ्रामक जानकरियों से बचने की भी सलाह देते हुए वेबसाइट पर यह जानकारी दे गयी है कि किसी भी कोरोना के विषय में किसी भी तरह की प्रमाणिक जानकारी के लिए भारत सरकार द्वारा लांच की गयी टोल फ्री नंबर 1075 या राज्य सरकार की टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल कर ली जा सकती है ।
संस्थागत प्रसव की सुविधा है उपलब्ध:
डॉ चौधरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच कई जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुयी हैं, लेकिन राज्य सरकार द्वारा जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं जैसे- मातृ स्वास्थ्य सेवा, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवा, परिवार नियोजन सेवाएं एवं अन्य आपातकालीन सेवाओं को पुनः नियमित किया गया है । वेबसाइट के माध्यम से भी संस्थागत प्रसव को लेकर जानकारी दी गयी है । यह बताया गया है कि कोरोना के कारण कुछ लोगों के मन में भ्रांतियां फैली है कि सारे अस्पताल बंद होंगे या वहाँ सिर्फ कोरोना का ही उपचार किया जा रहा होगा, लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है । सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव की सेवा पूर्वत दी जा रही है । इसके लिए गर्भवती महिला के परिवार को अपने आशा एवं एएनएम से संपर्क में रहने ई जरूरत है एवं उन्हें प्रसव की जानकारी देनी है ।
इन चीजों पर वेबसाइट में दी गयी है जानकारी:
• सामाजिक दूरी के महत्व
• हेल्थ वर्कर सपोर्ट ।
• घनी आबादी वाले क्षेत्रों में कोरोना की रोकथाम के उपाय ।
• लॉकडाउन की स्थिति में संस्थागत प्रसव की सेवा ।
• लॉकडाउन में मानसिक स्वास्थ्य की जरूरत ।
• कोरोना पर फ़ैल रही विभिन्न अफवाहों की सटीक जानकारी ।
• कोरोना रोकथाम के उपाय ।
• लॉकडाउन में डिजिटल पेमेंट ।
• लॉकडाउन में स्तनपान एवं नवजात देखभाल की जरूरत आदि अन्य जरुरी सेवाओं की भी जानकरी दी गयी है ।