-ऑडियो/वीडियो कॉलिंग व मैसेज के जरिये लाभार्थियों से सीधा संवाद कर स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाये रखने का दिया जा रहा संदेश।
– गृह भ्रमण के दौरान पूरी सतर्कता के साथ कर रहीं सामाजिक दूरी का पालन ।
गोंडा। लॉकडाउन के इस दौर में शून्य से छः वर्ष तक के बच्चे, गर्भवती व धात्री महिलाएँ और किशोरियां कुपोषण की चपेट में न आने पायें, इसके लिए जिले के बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा न केवल लाभार्थियों को घर पर पुष्टाहार उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि समुदाय के हर वर्ग को सेहतमंद बनाये रखने के लिए ऑडिओ/वीडियो कॉलिंग के माध्यम से पोषण भरे संदेश बांटा जा रहा है ।
इस काम में लगी जिले की 2830 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा लाभार्थियों को उनके घर पर पुष्टाहार पहुंचाने के अलावा कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति जागरुक करना,आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराना और नि:शुल्क मास्क वितरण करने का कार्य भी पूरी तत्परता के साथ कर रही हैं । साथ ही साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मुख्य सेविका, सीडीपीओ व डीपीओ द्वारा गर्भवती और धात्री महिलाओं के साथ वीडियो /ऑडियो कालिंग व मैसेज के माध्यम से स्वास्थ्य एवं पोषण के संदेश दिए जा रहे हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए इस समय पूरे देश में लॉकडाउन है। आम गतिविधियाँ ठप होने के कारण प्रशासन व अलग-अलग विभागों द्वारा लोगों के दरवाज़े तक मदद पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में लोगों को स्वस्थ रखना और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि कोरोना वायरस का खतरा उनको ज्यादा रहता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इसलिए जनपद की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ व सहायिका लाभार्थियों के घर तक पुष्टाहार पहुँचा रहीं हैं। साथ ही साथ लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक करने के अलावा आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड और इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहीं हैं। पोषाहार के वितरण के दौरान उन्हें पूरी तरह से सतर्कता बरतने और सामाजिक दूरी का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। पुष्टाहार प्राप्त करने वाले लाभार्थी या उनके परिजनों के हस्ताक्षर भी लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गत माह 24 से 29 अप्रैल के दौरान जिले में पोषाहार का वितरण कार्यकर्त्रियों द्वारा डोर-टू-डोर किया गया । इस माह के लिये ब्लॉक वार माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है ।
बच्चों को लुभाएँगे, कुपोषण मिटाएंगे –
सीडीपीओ डीके गौतम के मुताबिक पुष्टाहार से महिलाएँ घर पर ही कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बना सकती हैं, जैसे- लड्डू, हलवा, मीठा व नमकीन दलिया आदि। इन व्यंजनों में मूंगफली, गुड़, घी, मौसमी सब्जियां आदि डालकर इनकी पौष्टिकता कई गुना बढ़ायी जा सकती है। आँगनवाड़ी कार्यकत्रियाँ पुष्टाहार वितरण के समय इन व्यंजनों के बारे में भी माताओं को बताती हैं। लॉक डाउन के इस दौर में जब लोग घरों से बाहर जाकर सेवाएं नहीं ले पा रहे, ये पौष्टिक व्यंजन घर पर ही कोरोना से लड़ने में उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान करेंगे। बच्चों को लुभाने के साथ-साथ ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कुपोषण मिटाने में भी मदद करेंगे।
घर-घर पहुंचा रहीं जरूरी सन्देश :
सुपरवाइजर सुनीता सिंह का कहना है पुष्टाहार वितरण के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ व सहायिकाएं कोरोना वायरस को हराने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी लोगों को जागरूक कर रही हैं जो इस प्रकार हैं- एक-दूसरे से एक मीटर की दूरी बनाये रखें, खांसते-छींकते समय रूमाल या टीश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, टीश्यू पेपर को बंद डस्टबिन में ही फेंकें, लॉक डाउन का पालन करें और घर पर ही रहें। न ही किसी के घर जाएँ और न ही किसी को अपने घर पर आमंत्रित करें। यदि पास पड़ोस में कोई व्यक्ति दूसरे शहर या प्रदेश से आया हो तो प्रशासन को सूचना दें।
कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए प्रदेश सरकार के हेल्पलाइन नंबर 18001805145 पर संपर्क करें ।