भोपाल। अभी पिछले दिनों जहां एक 100 वर्षीय पंजाब के बुजूर्ग ने कोरोना को मात देकर यूवाओं के लिए एक संदेश दिया उसी तरह कल एक चार माह की छोटी बच्ची ने कोरोना को मात देते हुए बता दिया कि यदि मरीजों की देखभाल और उनमेें रोग प्रतिरोधक क्षमता को लगातार विकसित किया जाता रहे तो कोरोना जैसी महामारी को हराया जा सकता है।
ताजा मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से जुडा है जहां के अखिल भारतीय आयुविज्ञान संस्थान एम्स में भर्ती एक चाह माह की छोटी बच्ची को कोरोना से पूरी तरह मुक्त होने के बाद घर भेज दिया गया। एम्स भोपाल के पीआरओ और अपर चिकित्सा अधिकारी डा0 लक्ष्मी प्रसाद के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार भर्ती बच्ची एम्स के ही एक नर्सिंग कर्मचारी की बेटी थी, उसके साथ उसके पिता भी कोरोना पीडित थे, इन सभी को उपचार के बाद मंगलवार को घर भेज दिया गया है।