गोंडा।जिले के सुभागपुर विध्युत उपकेन्द्र पर कार्यरत कर्मचारी को सी यू जी नम्बर पर बिजली जल्द दिये जाने की बात कह जान से मारने की धमकी दी गयी। जिसकी जानकारी होते ही उपकेन्द्र पर हडकंप मच गया।धमकी की बात को लेकर कर्मचारियों मे भय व्याप्त हो गया।
फील्ड से वापस लोटे जे ई लक्ष्मी नरायन यादव को जब बात पता चली तो उन्होने इसकी शिकायत सम्बन्धित चौकी कोतवाली देहात सालपुर को लिखित मे दिया।
पुलिस शिकायत मिलने पर कार्यवाही मे लग गयी।
जिस समय फोन पर धमकी दी गयी उस वक्त उपकेन्द्र पर दो करमचारी मौजुद थे आशुकेश्वर श्रीवास्तव व कुलदीप, सी यू जी नम्बर 9415000229 जिस पर 8948733580फोन से धमकी दी गयी थी अशुकेश्वर के पास था।धमकी भी उसे ही दी गयी थी।यह धमकी फोन मैसज था जो की चार बार भेजा गया था।जिसमे पहले लिखा हुआ था कि साले लाईट दे दो, दुबारा लिखा था टिकरीया मे,तीसरी बार लिखा था,आखिरी बार कह रहा हूँ,चौथी बार लिखा था कि आखिरी बार कह रहा हूँ लाईट दे दो वर्ना गोली मार दूंगा।
धमकी भरा मैसेज देख कर अशुकेश्वर के हाथ पांव फूल गये।घबराहट मे उसने इसकी सूचना जे ई लक्ष्मी नरायन को दी।जब जे ई वहां पहुंचे तो उन्होने इसे गम्भीरता से लेते हुए,इसकी शिकायत देहात कोतवाली के सालपुर चौकी मे की।जहाँ कुछ ही देर के बाद सम्बन्धित नाबालिग आरोपी को पुलिस ने हिरासत मे ले लिया और चौकी ले आयी।जहाँ बाद मे यह पता चला की आरोपी मन्द बुद्धि का नाबालिग है।जिसे देखकर खुद जे ई भी अचंभित रह गये।इसी बीच कई जनप्रतिनिधियो के द्वारा कहने पर आरोपी के पिता को उसे संभाल कर उसकी निगरानी रखने की चेतावनी देते हुए सुलह समझौता करा दिया गया।
इस मामले मे कोतवाल देहात को कोई खबर नही थी।जबकि चौकी इंचार्ज महेंद्र प्रताप ने बताया की एक मन्द बुद्धि का नाबालिग लड़का था,जिसे पकडा गया था लेकिन सबकी सहमती से उसे चेतावनी दे कर छोड़ दिया गया।उस नाबालिग लडके का नाम पूछने पर वह उसका नाम न बता सके ओर फोन काट दिया।