उत्तर प्रदेश गोंडा स्वास्थ्य

संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ, अपर निदेशक ने दिखाई हरी झंडी

– स्वास्थ्य एवं बाल विकास समेत दस विभागों के साझा प्रयासों से हारेंगे मच्छरजनित रोग ।

गोंडा। जिले में एक माह तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ बुधवार को जिला अस्पताल परिसर से किया गया । अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ अशोक गुप्ता ने जागरुकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ चल रहे विश्व्यापी जंग के बीच प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है । ऐसे में डेंगू, मलेरिया व डायरिया समेत अन्य संक्रामक बीमारियां जनसमुदाय में न फैलने पाये, इसके लिए सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में एक माह का संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान एक से 31 जुलाई तक चलाया गया है । इसमें स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग समेत दस विभागों के प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरुक करेंगे । इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को अपर निदेशक द्वारा गोल्डन कार्ड भी वितरित किये गए।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मधु गैरोला ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बुधवार (1 जुलाई) से शुरू हो रहे संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का अंदाज इस बार बदला हुआ नजर आएगा। इस बार न तो स्कूली बच्चे जागरूकता रैली निकालेंगे और न ही गांव-गांव प्रभात फेरियां निकाली जाएंगी। अभियान से जुड़े लोग इस बार किसी के दरवाजे की कुण्डी भी नहीं खटखटाएंगे । अभियान के दौरान सोशल डिस्टेंशिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

वहीं एसीएमओ वेक्टर बॉर्न डिजीज डॉ देवराज चौधरी ने बताया कि 31 जुलाई तक चलने वाले इस अभियान को लेकर आशा व एएनएम को प्रशिक्षित करने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उन्होंने बताया कि बरसात में जलभराव के कारण मच्छर पैदा होने से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी रहेगा। ऐसे में संचारी रोगों व दिमागी बुखार के नियंत्रण के लिए जन जागरूकता का होना अति आवश्यक है। अभियान के दौरान एएनएम, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सफाई कर्मचारी दस्तक अभियान के तहत संक्रामक रोगों, मच्छर जनित रोगों और कोरोना के बारे में जानकारी देंगे और उन्हें बचाव के उपाय बताएंगे। प्रशिक्षण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को बताया गया कि स्वच्छता, शुद्ध पेयजल, मच्छरों की रोकथाम, खुली नालियों को बंद करना, जलभराव को रोकना, खुले में शौच पर रोकथाम से बीमारियों पर सीधा प्रहार किया जा सकता है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य विभाग भी शामिल हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को अभियान का नोडल विभाग बनाया गया है । सभी सहयोगी विभागों को पूरी जानकारी दे दी गई है।

जागरुकता व साफ-सफाई से करें बचाव –

एसीएमओ ने बताया कि संचारी रोग मच्छरों से फैलने वाले वह संक्रामक रोग हैं, जो किसी न किसी रोग जनित कारको (रोगाणुओं) जैसे- प्रोटोज़ोआ, कवक, जीवाणु, वायरस आदि के कारण होता है, जो गुणात्मक रूप से एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलता है। मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, दिमागी बुखार, एईएस-जेई, कालाजार के साथ-साथ वर्तमान में कोरोना इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं। इन रोगों से जागरुकता व साफ-सफाई के माध्यम से ही बचा जा सकता है। जिला चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर संचारी रोगों की जांच और उपचार की नि:शुल्क व्यवस्था है।

इन विभागों को मिला ये उत्तरदायित्व-

• नगर विकास / नगर निगम : उक्त विभाग को फाइलेरिया विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए नगर पालिका/पंचायत क्षेत्र का माइक्रो प्लान तैयार करते हुए जल भराव वाले स्थानों पर लार्वीसाइड दवा का छिड़काव, फागिंग एवं नालियों की सफाई को कराने की जिम्मेदारी दी गयी है ।

• पंचायती राज्य विभाग / ग्राम विकास विभाग : इस विभाग को प्रत्येक ग्राम में जल भराव वाले स्थानों पर लार्वी साइड दवा का छिडकाव एवं सफाई कर्मी व अन्य संसाधन द्वारा ग्राम की सफाई एवं वेक्टर जनित बीमारियों के बारे में एवं ग्राम में स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए फॉगिंग कार्य एवं प्रचार प्रसार किया जाए ।

• महिला एवं बाल विकास विभाग : इस विभाग को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री द्वारा ग्राम में भ्रमण कर कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाकर पोषहार उपलब्ध कराने एवं पोषण पुनर्वास केन्द्रों पर उपचार तथा पोषण पुनर्वास हेतु भेजे |

• पशुपालन विभाग : पशुपालन विभाग को जिला अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि वह सुअर पालको की सूची बनाकर सुअर द्वारा फैलने वाले दिमागी बुखार के बारे में जागरूक करे एवं सुअर पालको को सुअर बाड़ो की साफ़ सफाई कीटनाशक छिडकाव एवं मच्छर रोधी जाली से ढकने हेतु प्रशिक्षित किया जाए |

• शिक्षा विभाग : अध्यापक/ अध्यापिकाओं द्वारा व्हाट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से बच्चों को वेक्टर जनित रोगों के प्रचार-प्रसार के बारे में जागरूक करें |
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मालिक आलमगीर, जिला मलेरिया अधिकारी मुबीन अहमद, डीसीपीएम डॉ आरपी सिंह, आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ संदीप कुमार तिवारी, डीएमसी यूनिसेफ शेषनाथ सिंह, जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक अंकित श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।

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राजेंद्र सिंह

राजेंद्र सिंह (सम्पादक)

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