बाढ़ से निपटने को मुस्तैद हुआ प्रशासन, बाढ़ चैकियां सक्रिय
गोण्डा ! जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने संभावित बाढ़ के दृष्टिगत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राजस्व टीमों व मेडिकल टीमों को एलर्ट कर दिया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में इस वर्ष 17 जून से अब तक लगभग 960 मिली लीटर वर्षा हुई है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति में जिले की दो तहसीलों करनैलगंज व तरबगंज के गांव प्रभावित होते हैं, परन्तु इस वर्ष अभी बाढ़ से कोई गांव प्रभावित नहीं हुआ है। इस वर्ष अतिवृष्टि के कारण करनैलगंज व तरबगंज में 170 हेक्टेयर क्षेत्रफल वर्षा के कारण प्रभावित हुआ है जिसमें 80 हेक्टेयर क्षेेत्रफल की फसल भी प्रभावित हुई है तथा अब तक एक मकान पूरी तरह से व दो मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार घाघरा नदी खतरे के निशान से 01 मीटर ऊपर बह रही है। उन्होंने बताया कि घाघरा नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए राजस्व व मेडिकल टीमों को एलर्ट कर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए जिले में 23 बाढ़ चाौकियां सक्रिय हैं तथा 02 राहत वितरण केन्द्र वर्तमान में संचालित हैं। 29 नावों की उपलब्धता के साथ ही 01 प्लाटून पीएसी की फ्लड बटालियन भी तहसील तरबगंज में तैनात है। मेडिकल रिस्पान्स के लिए मेडिकल की 19 टीमें गठित हैं तथा अब तक 762 लोगांे का उपचार मेडिकल टीम द्वारा किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि अब तक 24442 लोगों को क्लोेरीन की टैबलेट तथा 1200 लोगों को ओरआरएस घोल का पैकेट दिया जा चुका है। पशुओं को रोगों से बचाने हेतु पशुओं का टीकाकरण पशुपालन विभाग द्वारा कराया जा रहा है।