विवादित जमीन पर जबरदस्ती सडक पटवाने का डाला जा रहा था दबाव,
यूवक की हालत गम्भीर, लखनउ रिफर
गोण्डा। विवादित जमीन पर सडक पटवाने के लिए सदर विधायक प्रतिनिधि के साथ उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी ने एक पक्ष को इतना धमकाया और प्रताणित किया की यूवक को जहर खाने के लिए विवश होना पडा, मामला विधायक और सीाधे तौर पर प्रशासन से जुडा होने के कारण पुलिस भी हाथ पर हाथ बाधे बैठी है।
मामला जनपद के विकासखन्ड रूपईडीह का है जहां के ग्राम बहादीपुर के निवासी लालमणि सिंह पुत्र हरिपाल सिंह ने कोतवाल देहात को दिये तहरीर मे सीधे तौर पर भाजपा के सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह के प्रतिनिधि अजय सिंह, उपजिलाधिकारी वीरबहादुर यादव, सीओ सदर लक्ष्मीकांत गौतम लेखपाल शिवकुमार श्रीवास्तव, राजस्व निरीक्षक सहित विपक्षी संतोष सिहं पुत्र राजनरायण सिंह, शिवेन्द्र ंिसह पुत्र संतोष सिंह, सत्यपाल सिंह पुत्र बहादुर सिह, संदीप सिंह पुत्र सत्यपाल सिंह, आषुतोष सिंह पुत्र राजकुमार सिह, पर आरोप लगाते हुए बताया है कि विगत 17 अगस्त को भाजपा के सदर विधायक प्रतीक भूषण ंिसह के प्रतिनिधि अजय ंिसह विपक्षियों के साथ लावलश्कर के साथ आये और विवादित भूमि गाटा संख्या 306 व 308 पर जबरन प्रशासन के बल पर सडक पटवाने की धमकी देकर चले गये।
धमकी की शिकायत हमारी चाची सुशीला सिंह ने पुलिस अधीक्षक को दी परन्तु इसके बाद भी 18 अगस्त को लगभग दोपहर 12 बजे सभी विपक्षीगण भारी पुलिस बल के साथ बिना किसी पूर्व सूचना के मौके पर पहुचें और जमीन का एकपक्षीय तरीके से पैमाइश करने लगे, लालमणि सिंह ने बताया कि जब हमारे चाचा और पिता ने इस एकतरफा कार्यवाही का विरोध किया तो उपजिलाधिकारी और सीओ ने दोनों को भददी भददी गालिया और फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देते हुए पुलिस की गाडी में जबरन बैठा लिया, इतना ही नहीं जबरन पैमाइश के सहमति पत्र पर हस्ताक्षन भी करा लिया।
लालमणि ने बताया कि अधिकारियों द्वारा इस अभद्रता और एकतरफा कार्यवाही से वही मौजूद हमारा पुत्र ब्रहमदेव सिंह इतना आहत हुआ कि वहां मौजूद सभी लोगों के सामने ही उसने अपनी इहलीला समाप्त करने के लिए जहर खा लिया, जब तक लोग कुछ समझ पाते बेटे की हालत बिगडने लगी तत्काल उसे जिला अस्पताल भेजा गया। लालमणि ने देहात कोतवाल को दिये गये तहरीर में विधायक प्रतिनिधि अजय सिंह, उपजिलाधिकारी वीरबहादुर यादव, क्षेत्राधिकारी लक्ष्मीकांत गौतम सहित अन्य विरोािध्यो ंपर तत्काल एफआईआर दर्ज कर कडी से कडी कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
समाचार लिखे जाने तक यूवक ब्रहमदेव सिंह की हालत नाजुक देखते हुए उसे लखनउ रिफर कर दिया गया था।