(सुरेश चंद्र तिवारी)
परसपुर बाजार (गोंडा) ! प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की शाखा परसपुर सेवा केंद्र पर पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी डॉक्टर दादी प्रकाशमणि जी का 13 वें पुण्य स्मृति दिवस को विश्व बंधुत्व के रूप में मनाया गया ,जहां आये हुए अतिथियों सहित सेवा केन्द्र के भाई – बहनों एंव माताओं ने दादी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर अपना श्रद्धासुमन अर्पित किया ।
इस मौके पर सेवा केंद्र प्रभारी ब्रम्हाकुमारी अनामिका बहन ने कहा कि 2 लोगों में से यदि एक ने अपनी हार मान ली ,; तो आपसी अपनत्व और बंधुत्व कायम रह सकता है। संस्था के प्रमुख होते हुए भी दादी जी की
भाषा कभी भी किसी के लिए भी आदेशात्मक नहीं होती थी ; दादी जी सभी कार्य बड़े स्नेह व प्रेम से कुशलतापूर्वक चलाती थीं।
दादी जी के बोल सदा -मधुर शीतल -शांत और बड़े मनभावन होते थे ” उनके गुणों को हम अपने जीवन में धारण कर लें ; तो श्रेष्ठ आत्मा बन सकते हैं ।
दादी जी मानव समुदाय को सदैव यही शिक्षा देती थी कि हर परिस्थिति में संयमित जीवन शैली को अपनाकर बुराइयों से दूर रहा जा सकता है । दादी जी से प्ररेणा लेकर हम अपने जीवन में ,श्रेष्ठता धारण कर लें ,तभी सच्ची श्रद्धांजलि सार्थक हो सकती है।
इस अवसर पर ,थाना परसपुर के कोतवाल सुधीर कुमार सिंह , संत फलाहरी महराज , संत सुरेशानन्द सरस्वती जी महाराज , डाक्टर अरून कुमार सिंह, जुगुल किशोर सोनी, अनुज कुमार रस्तोगी, सभासद जगदीश सोनी,शिव शंकर सोनी, शिवम् तिवारी, दया शंकर कौशल, मनीष शुक्ला, अंशु सोनी
और शम्भू नाथ कौशल , राधेश्याम मिश्र,बी के इन्द्र जीत भाई , विपिन कुमार मिश्रा , रवि यज्ञसैनी, नीरज सोनी , विश्व नाथ सोनी , राज सोनी , बी के शंकर भाई ” बी के उषा कौशल , उमा मिश्रा, पुनम चतुर्वेदी,मंजू सिंह , ज्योति बहन, कोमल बहन , ममता माता ,रमा माता, विधा माता , सुषमा माता, नीलम माता, आदि लोग उपस्थित रहे।
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