सहरसा (बिहार)। एक सडक का उदघाटन करने पहुूचें लालू यादव के बडबोले विधायक के एक बयान ने बिहार की राजनीति में भूचाल ला दिया है, लालू के इस विधायक ने सुशांत को राजपूत न मानने वाला बयान देकर लालू की मुसीबतें और बढा दी है।
ज्ञात हो कि लगातार अपने विधायकों कों खोते जा रहे राष्ट्ीय जनता दल भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की हवा खा रहे उसके मुखिया लालू यादव के लिए उनके ही विधायक ने एक और नयी मुसीबत खडी कर दी है। बुधवार को सहरसा में एक सडक का उदघाटन करने पहुचें राजद के विधायक अरूण यादव ने कहा कि सुशांत राजपूत नही थे क्योंकि महाराणा प्रताप के वंश से सम्बंध रखने वाले लोग आत्महत्या नही करते, मुझे दुख है, सुशांत सिंह राजपूत को खुद को रस्सी से नही लटकाना चाहिए था वे राजपूत थे उन्हें लडना चाहिए था, ख्ुाद मरने से पहले राजपूत दूसरेां को मारते हैं।
उन्होनें यह भी कहा कि महाराणा प्रताप न केवल राजपूतों बल्कि यादवों ंके भी पूर्वज थे। विधायक अरूण यादव के इस बयान ने चुनावों की रण भेरी बजा चुके बिहार के चुनावी हवा में गर्मी ला दी है, जदयू सहित भाजपा ने राजद पर हमलावर होते हुए बिधायक से माफी की मांग कर दी हैं।
विधायक के बयान पर हमलावर होते हुए जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद नपे कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर विधायक द्वारा दिये गये बयान से ज्यादा विचित्र और शर्मनाक कुछ और नही हो सकता उनकी मौत ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। विधायक को राज्य और सुशांत के प्रसंशकों से माफी मागंनी चाहिए।
वहीे भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनन्द ने कहा कि राजद नेता और कार्यकर्ता आदतन अपराधी है। इसका स्पष्ट उदाहरण लालू यादव के बडे बेटे तेजप्रताप यादव द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवशं प्रसाद की तूलना एक लोटे पानी से किये जाने से मिल जाता है। उन्होनेें लालू के बेटे तेजस्वी पर भी हमला करते हुए कहा कि इस मामले में तेजस्वी को अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाहिए कि क्ेया वे सुशांत, कंगान राणावत और रिया चक्रवर्ती के मुददे पर अपने विधायक अरूण यादव और कांगेेस नेता अधीर रंजन की बात का समर्थन करते हैं। उन्होनें इस बयान पर कहा कि आगामी विधानसभी चुनावों में बिहार की जनता इसका जवाब देगी।