नयी दिल्ली। वैसे तो पत्रकारों पर भी छोटे मोटे आरोप लगते रहते है जो आज के दौर मे स्वाभाविक भी है परन्तु जो आरोप इस पत्रकार पर लगे हैं उसने वास्तव में पूरे मीडिया जगत को जहंा कलंकित किया है वही मीडिया की विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लगा दिया हैं।
जी हां देश की राजधानी के एक स्वतत्रं पत्रकार राजीव शर्मा को देश के खिलाफ काम करने अर्थात दुश्मन देश के लिए जासूसी करने के आरोप मे ंगिरफतार किया गया है। बताया जाता है कि देश की पूरी मीडिया का सिर झुकाने वाला कुकृत्य करने वाला पत्रकार राजीव शर्मा देश के कई समाचार पत्र के लिए कार्य कर चुका है।
दिल्ली के पीतमपुरा में रहने वाले राजीव शर्मा को पुलिस ने शुक्रवार को अपने गिरफत में लेते हुए बताया कि इसे आफीशियल सीके्रेट एक्ट के तहत गिरफतार किया गया है उस पर आरोप है कि वह चीन के लिए जासुूसी करता था उसके पास से कुछ रक्षा सम्बंधित दस्तावेज भी पाये गये है।
चार दिन की रिमांड पर लिये गये राजीव शर्मा के बारे में स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि राजीव को विगत 14 सितम्बर को गिरफतार किया किया था शुक्रवार को अदालत से छह दिन की रिमांड मिली है उन्होेनंे यह भी बताया कि इसी मामले में एक और पत्रकार से पूछताछ जारी है। पूलिस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार राजीव चीन के लिए जासूसी करता था उसके पास से कुछ दस्तावेज मिले है जिसे वह चीन को देने वाला था, इस बात के भी पक्के सबूत मिले है कि वह पहले कुछ दस्तावेज चीन को दे चुका है जिसके एवज में इसने काफी पैसे भी लिए हैं।
सूत्रों के अनुसार राजीव के साथ ही एक चीनी ओैर नेपाली महिला को भी गिरफतार किया गया है जो राजीव को फर्जी कम्पनियों के माध्यम से भारी पैसा मुहैया कराती थी, यह भी बताया गया कि राजीव और एक अन्य पत्रकार के विरूद्व विदेश मंत्रालय को लगातार शिकायत मिल रही थी।