कई दिनों से चल रही चिमगोईयों पर दी विंदुबार सफाई, बताया ब्लैकमेल की साजिश
कन्नौज। शहर के राजनीतिक हलकों में भूचाल ला देने वाली एक युवती के आरोपों पर कई दिनों के बाद चुप्पी तोड़ते हुए नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष शैलेन्द्र अग्निहोत्री ने अंततः अपना मुंह खोला और खुद पर लगे आरोपो की सफाई दी।
स्थानीय पर्यटक आवास ग्रह में बुलाये गए एक खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में शैलेन्द्र ने प्रेस को संबोधित करने से पहले एक पांच पृष्ठ लम्बा बयान भी जारी किया है जिसमे उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों की विंदु बार सफाई देने के साथ ही आरोपी युवती पर भी गंभीर आरोप मढ़े हैं।
पूछे जाने पर पालिका अध्यक्ष ने इस पूरे घटनाक्रम को प्रायोजित करार दिया और बोले कि इस शरारत के पीछे उनके उन्ही प्रतिद्वंद्वियो का हाथ है जो भारी भरकम राजनैतिक बाहुबल के बावजूद उनके हाथों स्थानीय निकाय चुनाव में खेत रहे। हालांकि शैलेन्द्र ने किसी दल विशेष या नेता विशेष का नाम नही लिया किन्तु इशारा साफ साफ सत्तारूढ़ दल की ओर ही था।
इस बीच युवती ने भी कम हाथपाव नही मारे। उसने कई बार आशा ज्योति केंद्र का द्वार खटखटाया और बीती 21 नवम्बर की रात तो उसने आशा ज्योति केंद्र की शरण मे रात भी बिताई। पूछे जाने पर केंद्र की महिला अधिकारियों ने कहा कि युवती स्वयम कोई स्पष्ट निर्णय नही ले पा रही वो सिर्फ खर्च की मांग करती रही इससे भी यह बात साफ हो जाती है कि युवती का उद्देश्य अपने कथित पति के घर मे स्थान पाने की बजाय उससे कुछ और हासिल करना ही है। बहरहाल अब युवती के मामले का पर्यवेक्षण महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक पूनम अवस्थी स्वयम कर रही है।
शैलेन्द्र अग्निहोत्री ने अपनी सफाई में स्वीकार किया कि निर्वाचन के दौरान मोहल्ला युसुफपुर भगवान में जनसंपर्क केदौरान युवती उनके संपर्क मेआई थी और उसने चुनाव में उनके लिए बेहतरीन काम किया। शैलेन्द्र का कहना था कि बाद में उसके द्वारा राजनैतिक तूफान के चलते उन्होंने कई बार मामला शांत करने की नीयत से उसकी सहायता भी की लेकिन विरोधियों के षड्यंत्र का मोहरा बनकर उसकी मांगें बढ़ती ही गयी। एक बार तो बात पुलिस तृक भी पहुंची और युवती ने कोतवाली ने बलात्कार की झूठी रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी। उस समय उनकी गिरफ्तारी की नाकाम कोशिश भी हुई। थक हार कर उन्होंने भी न्यायालय की शरण ली और अब मामला सिविल जज सीनियर डिवीज़न के यहां दायर किया जो फिलहाल विचाराधीन है।
शैलेन्द्र ने यह भी दावा किया कि युवती एक बार एसएमएस के जरिये उन पर 50 लाख रुपये देने, और न देने पर जबरन घर मे घुस कर बबाल करने का दबाव भी बना चुकी है। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष का यह भी दावा है कि उन्होंने आज तक हिन्दू मैरिज एक्ट 1956 या स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 या हिन्दू रीति रिवाज के हिसाब से ऐसा कुछ नही किया जिससे उनके कथित युवती से विवाहित होने का दावा किया जा सके।
वास्तविकता जो भी किन्तु यह मसला शहर के राजनैतिक हलकों में चटखारे लेने के खूब काम आ रहा है।