अधिकारी ने भी लगाये नगर आयुक्त पर गम्भीर आरोप
लखनउ। पूर्व रंक्षांमत्री, पूर्व मुख्यमत्री, तथा समाजवादी पार्टी के मुखिया रह चुके मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदार नगर निगम जोन छह की जोनल अधिकारी अम्बी विष्ट पर नगर आयुक्त की निगाहे टेढी हो गयी है। बताया जा रहा है कि अनुशासन हीनता के साथ साथ काम मे ंलापरवाही को लेकर नगर आयुक्त ने उनके निलम्बन की संस्तुति शासन को भेजने के साथ नये जोनल अधिकारी की तैनाती भी कर दी है। यह भी जानकारी मिल रही है कि सरकार के कुछ नेताओं ने इस मामले मे दखल देने की भी कोशिष की थी लेकिन नगर आयुक्त ने किसी की भी नही सुनी। उधर अम्बी विष्ठ ने उल्टे नगर आयुक्त पर ही कई गम्भीर आरोप गढ दिये है। बताया जा रहा है कि अम्बी विष्ठ मुलायम की समधन है।
मामला उस समय बढा जब नगर निगम कार्यालय मे ंगृहकर, सफाई सहित अन्य विषयों को लेकर बैठक आयोजित की गयी जिसमें नगर आयुक्त अजय द्विवेदी द्वारा जब जोनल अधिकारी अम्बी विष्ठ से जानकारी मांगी गयी तो उनके अम्बी विष्ठ से संतोष जनक उत्तर नही मिला, इसी से आक्रोशित नगर आयुक्त ने अम्बी विष्ठ केा बैठक से बाहर जाने को कह दिया। तथा उनके निलम्बन की संस्तुति करते हुए उनकी जगह पर पर नवागत उप नगर आयुक्त प्रज्ञा सिंह की तैतानी भी कर दी।
अपने निलम्बन और आरोपों से तिलमिलाई अम्बी विष्ठ ने उल्टे नगर आयुक्त अजय द्विवेदी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस लिए परेशान किया जा रहा है क्योकि वे प्रदेश के एक प्रमुख राजनैतिक परिवार से जुूडी हुयी है। अगर उन्होनें कोइ्र अनियमितता की है या फिर अनुशासन हीनता की हेै तो उन्हें बताया जाये। उन्होेंने कहा िकवे सुबह से लेकर रात तक काम करती है। अब नये लखनउ और पुराने लखनउ को बराबर तो नही किया जा सकता।
उन्होनें नगर आयुक्त श्री द्विवेदी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें उनसे पुरानी खुन्नस है उसी का बदला लिया जा रहा है और उन्हें भरी सभा में इस तरह बाहर जाने के लिए कहना बहुत ही अपमानजनक है। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि अम्बी विष्ठ से जुडा यह विवाद कोई नया ओर पहला नही है इससे पहले भी अम्बी विष्ठ केा लेकर तब विवाद खडा हुआ था जब उन्हें महारानी शब्द से नवाजा गया था। दो वर्ष पूराने इस मामले को किसी तरह शांत किया गया था।
फिलहाल अब देखना यह है कि अजय द्विवेदी की संस्तुति पर शासन क्या निर्णय लेता है।