जिले के शिक्षा विभाग की पोल खोलती ये रिपोर्ट, आधिकारियों ने बंद की अपनी आँख और कान
गोंडा ! मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों – अधिकारी तक शिक्षा के स्तर का सुधरने को लेकर बहुत से दावे करते हैं और शिक्षा का स्तर प्रदेश में काफी सुधर चुका है यह भी कहते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं थकते हैं …. बहुत से जिलों में शिक्षा का स्तर काफी हद तक सुधर भी चुंका है …. लेकिन धरातल पर गोण्डा में शिक्षा का स्तर कितना सुधरा है इसका आज हमारे संवादाता ने रियलिटी चेक किया। हमारे गोण्डा संवाददाता ने शिक्षा क्षेत्र झंझरी के दुल्लापुर खालसा में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय का रियलिटी चेक किया और वहां के कक्षा 3 – कक्षा 4 में पढ़ने वाले बच्चों से कुछ जानकारियां ली तो जो तस्वीर निकल कर सामने आई वह चौकाने वाली थी।
यहां के छात्रों को उनके जिले का ही नाम सही से लिखना नहीं आता है …. जंहा एक छात्रा से जब जिले का नाम लिखवाया गया तो उसने गोंडा के बजाय “गुण्डा” लिखा वहीं एक छात्र विद्यालय तक ठीक से नहीं लिख पाया …. उससे जब एक छोटा सा नाम पूजा लिखाया गया तो उसने “पुज” लिख दिया। कक्षा 3 और 4 में पढ़ने वाले बच्चों का तो यह आलम था लेकिन कक्षा आठ में पढ़ने वाले बच्चों का और भी बुरा हाल है …. इन छात्रों को अपने प्रधानमंत्री – मुख्यमंत्री और जिले के जिला अधिकारी तक का नाम नहीं पता है …. एक छात्र से जब पिता लिखवाने की बात कही गयी तो उसने “पीता” लिखा। बात अगर इन नन्हे मुन्ने छात्रों या कक्षा आठ में पढ़ने वाले छात्र – छात्राओं की होती तो शायद गनीमत भी थी लेकिन इन छात्र – छात्राओं को शिक्षा देने वाले अध्यापकों का भी कुछ बुरा हाल देखने को मिला …. कक्षा 4 की अध्यापिका से जब माननीय मुख्यमंत्री लिखने को कहा गया तो वह भी “माननीय” भी सही ढंग से नही लिख पायी। अब ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि सरकार शिक्षा के स्तर को लेकर जो कसीदे सरकार पढ़ रही है और जितनी जुमलेबाजी कर रही है वह सिर्फ हवा – हवाई ही है …. जबकि जमीनी हकीकत इन बातों से लाखों दूर है।
हैरानी तो तब हुई जब जिले में शिक्षा के रसातल में पहुँच चुके हाल की जानकारी और इस पर किये जाने वाले कार्यवाही के बारे में विभागीय मुखिया बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीराम से दूरभाष द्वारा संपर्क करने का प्रयास किया गया तो काफी देर घंटी बजने के बाद उन्होंने फोन उठा जवाब देने के बजाय फोन डिस्कनेक्ट करना ही उचित समझा जिससे उनकी मानसिकता को बड़ी आसानी से समझा जा सकता है की उनकी रूचि न तो समस्याओं को सुनने में है और न ही उनके सुधार में है !
हमारा खिलाड़ी हमारा गौरव के तर्ज पर तिरंगे के साथ रवाना होगी गोंडा टीम
गोण्डा ! लखनऊ के चौक स्टेडियम में दिनांक 19 से 21 अगस्त को आयोजित हो रही फर्स्ट सेंट्रल जोनल सब जूनियर, जूनियर, जूनियर कैडेट व सीनियर बालक बालिका ताइक्वांडो प्रतियोगिता हेतु जनपद गोंडा के ताइक्वांडो खिलाड़ियों का चयन गोंडा ताइक्वांडो एसोसिएशन की देखरेख में किया गया जिसमें निर्णायक मंडल में देवेंद्र शर्मा, संदीप चौहान, अरुण चंद्र नागर, व सचिव प्रत्यूष राज सम्मिलित रहे ।
प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले चयनित खिलाड़ियों की घोषणा करते हुए गोंडा ताइक्वांडो एसोसिएशन के सचिव प्रत्यूष राज ने बताया कि सब जूनियर बालक भार वर्ग में पुष्कर, आदित्य दीप पांडे, रणवीर सिंह, मृत्युंजय शुक्ला, अनमोल शुक्ला, श्लोक मिश्रा, आयुष्मान चतुर्वेदी, निर्भय, नवलसिंह, अभिराज सिंह, हर्षित चौधरी, यशवर्धन, शिवांश मिश्रा, कुंवर कुंज, पुष्पेंद्र, वैभव द्विवेदी, अभिजीत राज, उत्कर्ष सिंह का चयन किया गया सब जूनियर बालिका वर्ग – में अंशिका मौर्य, सृष्टि द्विवेदी, वान्या पांडे, निष्ठा द्विवेदी चयनित हुई।
जूनियर बालक वर्ग में संजय कुमार,
आलोक मिश्रा, अंश सिंह, अभिरल चतुर्वेदी, पियूष राजभर चयनित हुए वहीं बालिका वर्ग में प्रेरणा मिश्रा, आंचल मौर्य, अंशिका वर्मा, वैष्णवी चतुर्वेदी, पलक तिवारी, जिया सिंह, नैना सिंह, महक मौर्य का चयन किया गया l
कैडेट बालक वर्ग में निखिल गुप्ता, आशुतोष पांडे, राज प्रताप सिंह, विशाल सिंह, अयान खान, उमंग राजभर, मनीष दिवाकर, आयुष राजभर, देवांश मिश्रा, विशाल तिवारी, कुणाल तिवारी, सार्थक मिश्रा, अभिनव सिंह का चयन किया गया वहीं बालिका वर्ग में काजल मिश्रा, आस्था तिवारी, अनन्या सिंह, स्नेह मिश्रा, श्रेया सिंह चयनित हुई l
सीनियर बालक वर्ग में मृत्युंजय सोनी, वागर्थ वत्सल, श्रवण चतुर्वेदी व बालिका वर्ग में महिमा का चयन किया गया l
उक्त चयनित टीम का कोच संदीप चौहान व मैनेजर पियूष को बनाया गया l समस्त चयनित खिलाड़ियों को गोंडा ताइक्वांडो एसोसिएशन के पदाधिकारी, खेल प्रेमियों व साथी खिलाड़ियों ने विजयी होने की शुभकामनाएं दी l
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